Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Noida News: नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की रीसर्फेसिंग की नई डेटलाइन 20 दिसंबर, अब तक 3 करोड़ का जुर्माना

    By Kundan TiwariEdited By: Prateek Kumar
    Updated: Wed, 30 Nov 2022 08:20 PM (IST)

    नोएडा ग्रेटर नोएडा की लाइफ लाइन कहा जाने वाला एक्सप्रेस वे की रीसर्फेसिंग का काम अब 20 दिसंबर तक पूरा होगा।अंतिम डेट लाइन नोएडा प्राधिकरण ने निर्माण कंपनी को दी हैक्योंकि रिसर्फेसिंग के लिए नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर के लिए सिर्फ आठ किलोमीटर का हिस्सा शेष बचा है।

    Hero Image
    समय पर काम पूरा नहीं करने पर प्राधिकरण निर्माण कंपनी पर लगा चुका तीन करोड़ 27 लाख रुपये का जुर्माना

    नोएडा, जागरण संवाददाता। नोएडा ग्रेटर नोएडा की लाइफ लाइन कहा जाने वाला एक्सप्रेस वे की रीसर्फेसिंग का काम अब 20 दिसंबर तक पूरा होगा। यह अंतिम डेट लाइन नोएडा प्राधिकरण ने निर्माण कंपनी को दी है, क्योंकि रिसर्फेसिंग के लिए नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर के लिए सिर्फ आठ किलोमीटर का हिस्सा शेष बचा है। यह ग्रेटर नोएडा से नोएडा की तरफ बचा है। जिस पर ब्लैक कारपेट बिछाने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे पर लेन मार्किंग का काम पूरा किया जाना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तीन करोड़ से ज्यादा का लगा था जुर्माना 

    बता दें कि इससे पहले प्राधिकरण ने सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। ऐसे में अब तक तीन करोड़ 27 लाख रुपये का जुर्माना लग चुका है। साथ ही प्राधिकरण ने एक्सप्रेस- वे की मरम्मत का काम 30 नवंबर 2022 तक पूरा करने की अंतिम डेडलाइन तय की थी। अब इस डेड लाइन को आगे बढ़ा दिया गया है।

    सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही काम 

    नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की मरम्मत का काम सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। कंपनी ने मरम्मत करने का काम जनवरी 2021 में शुरू किया था। यह काम दो जून 2021 तक पूरा होना था, लेकिन अभी तक यह अधूरा है। इस बीच नौ डेडलाइन निकल गई और जुलाई में 10 वीं डेडलाइन 30 सितंबर तय की गई थी। इस डेडलाइन तक भी कंपनी काम पूरा नहीं कर सकी, इसलिए एक करोड़ रुपये का और जुर्माना लगाया गया है।प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक केबी सिंह ने बताया कि नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे का नोएडा के हिस्से में करीब 20 किलोमीटर का एरिया आता है। ऐसे में आने-जाने के हिस्से को मिलाकर 40 किलोमीटर का एरिया है। मरम्मत को दोनों चरणों में पूरा किया जाना है। पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में 40 में से करीब 15 किलोमीटर हिस्से में मरम्मत का काम बचा है।

    10 लाख वाहन निकलते रोजाना

    ये एक्सप्रेस वे आगरा और लखनऊ को जोड़ता है। दिल्ली नोएडा से रोजाना करीब 10 लाख से ज्यादा वाहन से निकलते है। इनको यहां जाम झेलना पड़ रहा है। अभी इस एक्सप्रेस वे की अधिकतम स्पीड 100 किमी प्रतिघंटा है। लेकिन सर्दी के मौसम में इसकी स्पीड लिमिट को घटाकर 80 किमी प्रतिघंटा कर दिया जाएगा।

    इस प्रकार बढ़ाई गई रिसर्फेसिंग की डेडलाइन

    • 2 जून 2021
    • 30 जून 2021
    • 31 जुलाई 2021
    • 30 सितंबर
    • 31 दिसंबर 2021
    • 30 जनवरी 2022
    • 31 मार्च 2021
    • 30 अप्रैल 2021
    • 30 जून 2022
    • 30 सितंबर 2022
    • 30 नवंबर 2022
    • 20 दिसंबर 2022