Noida Accident: घने कोहरे के चलते दादरी बाईपास पर 6 गाड़ियां टकराईं, मची चीख-पुकार
नोएडा के दादरी बाईपास पर बुधवार सुबह घने कोहरे के कारण कई गाड़ियां आपस में टकरा गईं। कम विजिबिलिटी के कारण यह हादसा हुआ जिसमें कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस मौके पर मौजूद है और राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। आगे विस्तार से पढ़िए घटना में क्या-क्या नुकसान हुआ है।

जागरण संवाददाता, नोएडा दादरी। नोएडा में दादरी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत दादरी बाईपास पर बुधवार सुबह कोहरे का कहर देखने को मिला। घने कोहरे में कम विजिबिलिटी के कारण आधा दर्जन से अधिक गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस दौरान हाईवे पर चीख-पुकार मच गई।
बुलंदशहर की तरफ जाने वाले मार्ग पर हुआ हादसा
बताया गया कि पहले महिंद्रा मैक्स और कैंटर की टक्कर हुई। इसके बाद पीछे से गाड़ियां टकराती चली गईं। विजिबिलिटी कम होने के कारण कुछ गाड़ियां सड़क किनारे रेलिंग से भी टकरा गईं। बिसाहड़ा फ्लाईओवर से बुलंदशहर की तरफ जाने वाले मार्ग पर यह हादसा हुआ है।
(घटना की जानकारी लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची। जागरण फोटो)
राहत-बचाव कार्य में जुटी पुलिस
उधर, सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। हादसे में लोगों को मामूली चोट आई है। दादरी कोतवाली पुलिस राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है।
क्रेन की मदद से हटवाई गाड़ियां
वहीं, हादसे में क्षतिग्रस्त हुई गाड़ियों को क्रेन की मदद से सड़क से हटाया जा रहा है। जिससे कि और गाड़ियां उसमें ना टकरा सके। अभी भी विजिबिलिटी कम बनी हुई है। इस वजह से पुलिस मौके पर मौजूद है। यातायात पुलिस संचालन सुचारू करवाने में जुटी हुई है।
शाम को भी छाने लगा कोहरा
उधर, राजधानी दिल्ली में सर्दी बढ़ने पर सुबह और शाम को कोहरा छाने लगा है। गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक वाहन चालकों को बड़ी सावधानी से चलना पड़ता है। कोहरे और धुंध में पहले ही काफी दूर तक का कुछ नहीं दिखता है, ऊपर से सड़कों पर दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही बेसहारा पशुओं की संख्या ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
वहीं, इनकी वजह से ठंड के दिनों में सड़क हादसों की आशंका भी बढ़ गई है। ये पशु सड़क के बीच में बैठकर जुगाली करने लगते हैं, जिससे यातायात प्रभावित होता है। लोगों का कहना है कि समय रहते यदि इनको उचित स्थान नहीं छोड़ा गया तो अधिक कोहरे वाले दिनों में सड़क हादसे बढ़ सकते हैं।
यह भी पढ़ें- Umar Khalid Bail: दिल्ली दंगों के आरोपी उमर खालिद को मिली अंतरिम जमानत, पढ़ें कितने दिनों के लिए रहेंगे बाहर
कोहरे के समय सड़क हादसा होने का एक कारण सड़कों पर बेसहारा पशुओं का जमावड़ा भी है। रात के समय ये बेसहारा पशु वैसे ही नजर नहीं आते और ऊपर से धुंध के कारण सड़क पर देखना मुश्किल होता है।
यह भी पढ़ें- Delhi Fire: सफदरजंग एनक्लेव के मकान में लगी भयंकर आग, पति-पत्नी की जलकर मौत
गीता कॉलोनी निवासी संजीव गोयल ने बताया कि हाइवे पर वाहनों की रफ्तार तेज होती है। अचानक से पशु बीच में आ जाने पर जैसे ही वाहन चालक ब्रेक लगाता है तो पीछे से गाड़ियों के टकराने की आशंका बढ़ जाती है। एक समय पर सड़क पर आठ से दस पशुओं का जमावड़ा रहता है। यह अचानक वाहनों के सामने आ जाते हैं, जिससे चालक असंतुलित हो जाते हैं।
मुख्य मार्गों पर घूमते हैं आठ-दस पशु
गीता कॉलोनी पुश्ता रोड, नत्थू कालोनी फ्लाईओवर, मास्टर प्लान रोड पर गोलचक्कर के पास, एनएच-नौ की सर्विस रोड के पास, खिचड़ीपुर अंडरपास के नजदीक एनएच पर सुबह से ही बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। इनकी बढ़ती संख्या से इलाके में गोबर और गंदगी की भी भरमार होने लगी है।
बताया गया कि गीता कॉलोनी के नजदीक पुश्ता रोड पर सुबह आठ बजे से ही पशु घूमने लगते हैं। इसी कड़ी में मास्टर प्लान रोड पर गोलचक्कर के चारों ओर बेसहारा पशु भोजन व चारा खाते मिल जाते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।