एलजी गोलचक्कर और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को जोड़ेगी 'लिंक रोड', प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण को दी हरी झंडी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एलजी गोलचक्कर से नॉलेज पार्क के शारदा गोलचक्कर के बीच विवादित जमीन का अनिवार्य अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है। इस लिंक रोड के बनने से परी चौक पर यातायात का दबाव काफी कम हो जाएगा। लिंक रोड बनने से 16 किमी की बचत होगी और नोएडा के सेक्टर-151 153 154 155 156 157 159 160 162 स्थित आवासीय व औद्योगिक सेक्टरों को लाभ होगा।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। एलजी गोलचक्कर से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाली लिंक रोड के निर्माण में आ रही जमीन की अड़चन दूर हो गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एलजी गोलचक्कर से नॉलेज पार्क के शारदा गोलचक्कर के बीच विवादित जमीन का अनिवार्य अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है।
जनहित को ध्यान में रखते हुए 19.8 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। ये जमीन टी-सीरीज की है, जिसका मामला कोर्ट में लंबित है। करीब आठ वर्ष पूर्व इस परियोजना पर नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में सहमति बनी थी। लिंक रोड बनने से परी चौक पर यातायात का दबाव काफी कम हो जाएगा।
लिंक रोड बनने से 16 किमी की होगी बचत
एलजी गोलचक्कर के पास कलेक्ट्रेट, कई औद्योगिक और आवासीय सेक्टर हैं। नोएडा और दिल्ली जाने के लिए परी चौक होते हुए जाना पड़ता है। लिंक रोड बनने से करीब 16 किमी की बचत होगी, लोग सीधे नोएडा के सेक्टर 145 के पास एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकेंगे।
एलजी गोलचक्कर से शारदा गोलचक्कर के बीच बनी सड़क के दोनों ओर की जमीन टी-सीरीज ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्थापना से पहले किसानों से खरीदी थी। कंपनी द्वारा जमीन के कुछ हिस्से पर फैक्ट्री का निर्माण कराया गया था।
ग्रेटर नोएडा की स्थापा के बाद प्लानिंग में आई सड़क
ग्रेटर नोएडा की स्थापना के बाद प्लानिंग में यहां सड़क आ गई। शारदा गोलचक्कर तक जाने वाली सड़क का निर्माण तो हो गया, लेकिन शारदा से एलजी आने वाली सड़क का बड़ा हिस्सा नहीं बन सका। बसावट बढ़ने के साथ ही यातायात का दबाव भी बढ़ने लगा।
नालेज पार्क में बने एक्सपो मार्ट में समय-समय पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक्सपो का आयोजन होता है, जहां हजारों की संख्या में वाहन आते हैं। उस दौरान परी चौक समेत शहर के सभी प्रमुख गोलचक्कर पर जाम की स्थिति बन जाती है। ऐसे में इस लिंक रोड के निर्माण की योजना 2015 में बनाई गई थी।
नोएडा के हिस्से में निर्माण शुरू
नोएडा की ओर बन रहे संपर्क मार्ग हरनंदी पुल से नोएडा एक्सप्रेसवे की 45 मीटर सर्विस रोड तक करीब 623 मीटर लंबा होगा। निर्माण कंपनी ने इसी वर्ष मार्च में काम शुरू कर दिया था। पूरी परियोजना पर 147 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नालेज पार्क से ये लिंक रोड करीब तीन किलोमीटर लंबा है। इसे 60 मीटर चौड़ा बनाया जाना। लिंक रोड पर एक पुल हरनंदी नदी पर सेतु निगम बनाएगा, जिसकी लागत करीब 62 करोड़ रुपये है।
लिंक रोड से मिलेंगे यह लाभ
दिल्ली और नोएडा से एक्सप्रेसवे होते हुए परिचौक, एलजी चौक, कलेक्ट्रेट, सूरजपुर, सेक्टर गामा एक, गामा दो, बीटा एक, बीटा दो, उद्योग विहार, उद्योग विहार एक्सटेंशन, गाजियाबाद को जाने वाले लोगों को 16 किमी अतिरिक्त चलना पड़ता था। इसके बनने दूरी कम होगी। लिंक रोड बनने से नोएडा के सेक्टर-151, 153, 154, 155, 156, 157, 159, 160, 162 स्थित आवासीय व औद्योगिक सेक्टरों का ग्रेटर नोएडा के सेक्टर गामा, बीटा, सूरजपुर, साइट बी व सी औद्योगिक क्षेत्र, डेल्टा, पुलिस लाइन, ईकोटेक दो व तीन आदि को लाभ होगा।
लिंक रोड के लिए अनिवार्य अधिग्रहण किया जाएगा। आमजन के हित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। जमीन अधिग्रहण के लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेज दिया है, जिस पर सहमति मिल गई है। लिंक रोड के बनने से लोगों को जाम से राहत मिलेगी, एक्सप्रेसवे के लिए कनेक्टिविटी बेहतर होगी। - एनजी रवि कुमार, सीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
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