Noida: Dengue के प्रकोप से बचना हो रहा मुश्किल, लगातार बढ़ रहा मरीजों का आंकड़ा, CMO ने दिए जरूरी दिशा निर्देश
Dengue जिले में डेंगू के मरीज मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। इस सिलसिले में शनिवार को आठ नए मरीज मिले हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक डेंगू के कुल 259 मरीज आ चुके हैं। CMO अधिकारियों को निर्देश दिए कि डेंगू मरीजों को बेहतर उपचार दिलाया जाए।

नोएडा, जागरण संवाददाता। जिले में डेंगू के मरीज मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। इस सिलसिले में शनिवार को आठ नए मरीज मिले हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक डेंगू के कुल 259 मरीज आ चुके हैं। डेंगू के मरीजों को लेकर CMO डा. सुनील कुमार शर्मा ने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पताल में भर्ती होने वाले डेंगू मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार दिलाया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में दवा की कमी नहीं होनी चाहिए। बता दें कि डेंगू मरीजों के लिए जिला अस्पताल, सीएचसी में व्यवस्था की गई है। इसे लेकर अस्पताल में हेल्प डेस्क भी बनाई गई है।
जाने डेंगू के लक्ष्ण
मरीजों की संख्या बढ़ने को लेकर जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा का कहना है कि सिर में अधिक और लगातार सिरदर्द के साथ-साथ मांसपेशियां, हड्डियों, जोड़ों में दर्द रहना डेंगू के लक्षण है। इसके अलावा हर समय इंसान का जी मिचलाते रहना, बुखार के समय उल्टी आना, आंखों के पीछे दर्द होना, ग्रंथियों में सूजन आना व त्वचा पर लाल चकत्ते होना भी डेंगू की संभावना को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग पूरी बाजू के कपड़े पहने। इसके साथ घरों में पानी एकत्रित न होने देने की भी नसीहत दी। साथ ही राजेश शर्मा ने दूषित पानी से भी दूरी बनाने की बात कही।
प्लेटलेट्स कम होने से हो सकती है इंटरनल ब्लीडिंग
इसके अलावा फेलिक्स अस्पताल की फिजीशियन डा. नुपुर जैन का कहना है कि एक स्वस्थ व्यक्ति में 1.5 से 4.5 लाख तक प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या 50 हजार से नीचे जाने लगे तो सतर्क हो जाएं। अगर प्लेटलेट्स की संख्या 10 हजार से नीचे चली जाए तो इंटरनल ब्लीडिंग का कारण बन सकती है। ऐसे में डाक्टरों की निगरानी में इलाज कराएं।

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