36 साल बाद मंझावली पुल सड़क परियोजना फिर शुरू, 70% जमीन अधिग्रहण पूरा; 26 दिसंबर को शिलान्यास
36 साल बाद मंझावली पुल सड़क परियोजना फिर से शुरू हो रही है, जिसका शिलान्यास 26 दिसंबर को होगा। इस परियोजना के लिए 70 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण पूरा हो चुक ...और पढ़ें

मंझावली पुल संपर्क मार्ग का निर्माण न होने से इस तरह वाहन चालक करते हैं आवाजाही। जागरण
अरविंद मिश्रा, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा की फरीदाबाद से सीधे कनेक्टिविटी के लिए मंझावली पुल सड़क परियोजना का 26 दिसंबर को शिलान्यास होगा। अभी सड़क के लिए केवल 70 प्रतिशत जमीन का ही अधिग्रहण पूरा हुआ है। 30 प्रतिशत जमीन किसानों के कब्जे में है। जिस जमीन का मुआवजा बंट चुका है, उस पर भी किसानों ने फसल की बोआई कर दी है। सड़क निर्माण पर तकरीबन 66 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
लंबे समय तक कार्य बंद रहा
36 साल पहले 1989 में मंझावली पुल सड़क परियोजना का पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट ने शिलान्यास किया था। लंबे समय तक कार्य बंद रहा। 2014 में केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद दोबारा शिलान्यास के साथ परियोजना का काम शुरू हुआ। हरियाणा ने परियोजना पर तेजी से काम किया, लेकिन गौतमबुद्ध नगर में किसानों के साथ जमीन के मुआवजा को सहमति न बनने के कारण काम ही शुरू नहीं हो पाया।
70 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण पूरा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बराबर मुआवजा राशि पर सहमति बनने के बाद किसान जमीन देने को तैयार हुए। मुआवजा वितरण के लिए राशि कम पड़ने के कारण अभी भी 70 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण ही पूरा हो पाया है। 26 दिसंबर को हरियाणा सरकार के मंत्री राजेश नागर और जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह इस सड़क का शिलान्यास करेंगे। इसी के साथ लोक निर्माण विभाग सड़क का निर्माण शुरू कराने जा रहा है।
पांच किमी लंबी सड़क से कनेक्टिविटी होगी
मंझावली पुल के लिए गौतमबुद्ध नगर में पांच किमी लंबी सड़क से कनेक्टिविटी होगी। इसमें 1.7 किमी लंबी नई सड़क का निर्माण होगा। यह सड़क 45 मीटर चौड़ी व चार लेन होगी। करीब एक किमी लंबी मौजूदा सड़क को 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा के हिस्से में तकरीबन दो किमी सड़क की मरम्मत होगी।
जमीन अधिग्रहण पर 28 करोड़ खर्च
सड़क के लिए 4.99 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जा रही है। यह जमीन जगनपुर, मुरर्शदपुर, जगनपुर दोआब गांव के 130 किसानों की है। कुल जमीन का 85 प्रतिशत जगनपुर के किसानों का है। उन्हें तकरीबन 25 करोड़ रुपये वितरित हो चुका है। शेष दो गांव के किसानों को अभी मुआवजा वितरण होना शेष है। किसानों को जमीन के एवज में 3720 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से मुआवजा दिया गया है।
ग्रेनो व फरीदाबाद के बीच आवाजाही का घटेगा समय
सड़क निर्माण होने से दिल्ली में वाहनों का दबाव कम होगा। ग्रेटर नोएडा व फरीदाबाद के बीच वाहनों की आवाजाही में समय और ईंधन की बचत होगी। नोएडा एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी भी होगी जाएगी। गौतमबुद्ध नगर व फरीदाबाद के करीब 200 गांवों को सीधा फायदा होगा। दोनों जिलों के गांवों की आपस में रिश्तेदारियां हैं। हर रोज लोगों का आना जाना रहता है। पुल चालू होने के बाद इन गांवों के लिए राह आसान होगी।
"सड़क निर्माण के लिए टेंडर अवाॅर्ड हो चुका है। एक साल में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।"
-कंचन वर्मा, अधिशाषी अभियंता
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