जेवर-खुर्जा मार्ग होगा 10 मीटर चौड़ा, सरकार ने 41 करोड़ की मंजूरी दी; जल्द शुरू होगा चौड़ीकरण
उत्तर प्रदेश सरकार ने जेवर-खुर्जा मार्ग को 10 मीटर चौड़ा करने के लिए 41 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इस परियोजना से यातायात सुगम होगा और कनेक्टिविटी में सुधार होगा। मार्ग के चौड़ीकरण से आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। सरकार ने परियोजना को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की वजह से लगातार बढ़ते वाहनों के दबाव और खुर्जा-बुलंदशहर से कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए जेवर-खुर्जा मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। सड़क चौड़ीकरण पर सरकार 41 करोड़ की रुपए खर्च होंगे। शासन से पहली किस्त के रूप में चार करोड़ रुपए की धनराशि की स्वीकृति भी दे दी है। इसके बाद जल्द ही इसके चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। वर्तमान में यह मार्ग सात मीटर चौड़ा है इसके दोनों तरफ डेढ़-डेढ़ मीटर सड़क को बढ़ाते हुए 10 मीटर किया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग की तरफ से प्रस्ताव भेजा
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जेवर से खुर्जा तक जाने वाला मार्ग इस समय बेहद व्यस्त मार्गों में से है। इसके चौड़ीकरण के लिए कुछ समय पहले उन्होंने लोक निर्माण विभाग की तरफ से प्रस्ताव भेजा था।
इस प्रस्ताव को शुक्रवार को शासन ने मंजूरी देते हुए जहांगीरपुर तक 15.433 किमी मार्ग के हिस्से के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के लिए 41 करोड़ एक लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।
साथ ही, चालू वित्तीय वर्ष में पहली किस्त के रूप में चार करोड़ 41 हजार रुपए की पहली किस्त भी जारी कर दी हैं। लोक निर्माण विभाग जल्द ही इसकी टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करते हुए काम शुरू कराएगा।
खुर्जा-बुलंदशहर से एयरपोर्ट तक आसान होगी कनेक्टिविटी
जेवर से खुर्जा तक जाने वाले इस मार्ग की कुल लंबाई 30 किमी है एयरपोर्ट निर्माण के चलते जेवर बुलंदशहर मार्ग बंद होने के बाद खुर्जा-बुलंदशहर के अलावा जीटी रोड (ग्रैंड ट्रंक रोड) से यह मार्ग खुर्जा में सीधे कनेक्ट होता है। ऐसे में खुर्जा बुलंदशहर व जीटी रोड के रास्ते एयरपोर्ट तक आने जाने वाले लोगों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
चौड़ीकरण के बाद दुर्घटनाओं में आएगी कमी
मार्ग के चौड़ीकरण के बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। वर्तमान में वाहनों का दबाव होने के चलते आए दिन इस मार्ग पर दोपहिया या छोटे वाहन चालक बड़े वाहनों की चपेट में आकर दुर्घटना का शिकार होते हैं। तीन मीटर की चौड़ाई बढ़ने के बाद छोटे वाहन चालकों को अधिक सुविधा होगी।

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