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आज किसान करेंगे पानीपत-खटीमा मार्ग जाम

जानसठ के भाकियू तोमर के कार्यकर्ता पंजाब व हरियाणा के किसानों पर लाठीचार्ज व पानी की बौछारें डालने के विरोध में रविवार को पानीपत-खटीमा मार्ग जाम करेंगे। यह जानकारी भाकियू तोमर के जिलाध्यक्ष ने प्रेसवार्ता में दी है। उन्होंने कहा कि यदि किसान को ही अपनी बात कहने का हक नहीं है तो फिर इस देश में कुछ भी संभव है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 11:52 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 11:52 PM (IST)
आज किसान करेंगे पानीपत-खटीमा मार्ग जाम

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जानसठ के भाकियू तोमर के कार्यकर्ता पंजाब व हरियाणा के किसानों पर लाठीचार्ज व पानी की बौछारें डालने के विरोध में रविवार को पानीपत-खटीमा मार्ग जाम करेंगे। यह जानकारी भाकियू तोमर के जिलाध्यक्ष ने प्रेसवार्ता में दी है। उन्होंने कहा कि यदि किसान को ही अपनी बात कहने का हक नहीं है तो फिर इस देश में कुछ भी संभव है।

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पंजाब व हरियाणा के किसानों पर हुए लाठीचार्ज व पानी की बौछारें डाले जाने से देश के किसानों में उबाल आ गया है। आज भाकियू तोमर जानसठ कस्बे के तालड़ा तिराहा पर इसके विरोध में जाम लगाएगी। कस्बे में भाकियू तोमर की एक बैठक में इसकी जानकारी देते हुए जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बताया कि इस देश में किसानों को अपनी बात कहने का भी हक नहीं रहा। उन्होंने बताया कि जिस तरह से निहत्थे किसानों पर पुलिद दल ने कार्रवाई की है वह निदनीय है। किसान शांतिपूर्वक अपनी बात कहने के लिए आ रहे थे। उन्हें जिस तरह से दिल्ली में प्रवेश न करने देने के नाम पर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है वह किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस जाम में राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर भी भाग लेंगे। यह जाम दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक रहेगा आगे की रणनीति वहीं पर तय की जाएगी। मेहरबान, अनिल धामा, जाहिद, अनीस, सलीम राव, मन्नू भाई, सारिक फरीदी, इनाम, दिलशाद, नफीस व मूसा आदि मौजूद रहे। दिल्ली रवाना हुए भाकियू नेता

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना में कृषि विधायक एवं कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच करने के लिए भाकियू नेता समर्थकों के साथ रवाना हुए।

भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष संजीव पंवार ने बताया कि भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर किसान वाहनों में सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। सरकार की ओर से किसानों के साथ किया जा रहा अमानवीय बर्ताव बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत होनी चाहिए। भारतीय किसान यूनियन सभी किसानों के साथ मिलकर उनके हक की लड़ाई लड़ेगी। केंद्र सरकार को किसानों के हितों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाना चाहिए। इस दौरान तहसील अध्यक्ष अनुज बालियान, विपिन, प्रवीण, हाजी नसीम, राशिद, विकास व बाबूराम आदि मौजूद रहे।


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