कैसे हुई सिपाही रूपेंद्र की मौत ? पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उलझ गई गुत्थी, सिर में लगी थीं तीन गोलियां
Muzaffarnagar News मुजफ्फरनगर में रेलवे स्टेशन के पास एक सिपाही का शव मिला था। सिर में तीन गोलियां लगने से मौत हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीन गोलियों की पुष्टि हुई है। कार्बाइन कारतूस और मैग्जीन को जांच के लिए भेजा गया है। स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। बुलंदशहर में सिपाही का अंतिम संस्कार किया गया है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। रेलवे स्टेशन से 300 मीटर की दूरी पर मृत मिले सिपाही के सिर में तीन गोली लगने की पुष्टि हुई है। पुलिस मौके से मिली कार्बाइन व अन्य साक्ष्य को जांच के गाजियाबाद के निवाड़ी स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजेगी। उधर, पोस्टमार्टम के बाद स्वजन सिपाही के शव को लेकर बुलंदशहर रवाना हो गए और गांव में गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
घटना में पुलिस आत्महत्या और हादसे के बिंदु पर जांच कर रही है। रविवार देर रात सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में रेलवे लाइन से जिला विधिक सचिव के हमराह सिपाही रूपेन्द्र सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी शेखपुर गढवा थाना खानपुर जिला बुलंदशहर का शव पड़ा मिला था। उसकी उल्टी आंख से गोली निकल कर आरपार हो गई थी।
पुलिस को मिला था ये सामान
शव के पास पुलिस को सरकारी असलहा कार्बाइन, बैग, मोबाइल फोन, जीवित कारतूस, एक खोखा आदि सामान भी पड़ा मिला था। पुलिस ने रात में शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाने के बाद स्वजन को सूचित कर दिया था। गांव से स्वजन यहां पहुंच गए थे।
मृत सिपाही रूपेंद्र का फाइल फोटो।
मृतक के हैं दो बच्चे
सिपाही के चचेरे भाई विवेक ने बताया कि रूपेंद्र की वर्ष 2018 में कविता से शादी हुई थी। रूपेंद्र के दो बच्चे हैं। चार साल का बेटा मुदित व दो साल की बेटी मायरा है। गांव में रूपेंद्र के पिता के पास जमीन भी है, जिस पर खेती करते हैं। बच्चे गांव में ही रहते हैं।
सिपाही के लगी तीन गोलियां
विवेक ने बताया कि रूपेंद्र के दो बहनें है, दोनों की शादी हो चुकी है। शादीशुदा छोटे भाई केशव की एक साल पहले सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिपाही को तीन गोली लगने की पुष्टि हुई है, जो उल्टी आंख पर लगने के बाद आरपार निकल गई। हालांकि पुलिस को मौके से एक कारतूस का खोखा मिला है। बाकी कारतूस की पुलिस तलाश कर रही है। इस मामले में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है।
पुलिस गाजियाबाद भेजेगी कार्बाइन
सिविल लाइंस थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि मौके से बरामद कार्बाइन, कारतूस व मैग्जीन को जांच के लिए जिला गाजियाबाद के निवाड़ी स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। पुलिस यह भी पता करने का प्रयास कर रही है कि सिपाही की कार्बाइन की मैग्जीन में घटना के समय कितनी गोलियां थी। बताया कि घटना के समय सिपाही की कार्बाइन ऑटोमेटिक मोड पर थी, जिस कारण एक के बाद एक गोली चली।
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रविवार दोपहर से स्वजन मिला रहे थे फोन
चचेरे भाई विवेक ने बताया कि रविवार दोपहर से स्वजन रूपेंद्र से बात करने के लिए काल कर रहे थे, लेकिन वह काल रिसीव नहीं कर रहा था। सिविल लाइंस थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि सिपाही के मोबाइल की डिटेल खंगाला गई तो उसमें कई मिस काल पड़ी मिली। साथ ही बात करने के लिए स्वजन व परिचितों ने वाट्सएप पर मैसेज भी भेज रखे थे, लेकिन सिपाही ने किसी को कोई जवाब नहीं दिया। बताया कि सिपाही के मोबाइल की काल डिटेल खंगाली जा रही है, ताकि हकीकत का पता चल सके कि सिपाही किसी कारण से काल रिसीव नहीं कर रहा था।
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