UPSC Toppers: प्राइवेट जॉब में नहीं लग रहा था मन, सृजित कुमार ने पहले ही प्रयास में क्रैक किया सिविल सर्विसेज एग्जाम
एसपी ट्रैफिक सुभाषचंद्र गंगवार के बेटे सृजित कुमार ने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 277वीं रैंक हासिल कर परिवार का नाम रोशन किया है। सृजित ने बीटेक करने के बाद नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी। उनके परिवार में खुशी का माहौल है और डीएम अनुज सिंह व एसएसपी सतपाल अंतिल ने भी उन्हें बधाई दी है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। एसपी ट्रैफिक सुभाषचंद्र गंगवार के बेटे सृजित कुमार का यूपीएससी में चयन हुआ है। अपने पहले ही प्रयास में सृजित ने 277वीं रैंक हासिल की है। जिस समय बेटे का परिणाम घोषित हुआ, उस समय एसपी ट्रैफिक डीएम अनुज सिंह के साथ बैठक में थे। बेटे का चयन यूपीएससी में होते ही एसपी ट्रैफिक की खुशी का ठिकाना ना रहा। डीएम ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी।
मूलरूप से शाहजहांपुर के तिलहर स्थित समथाना गांव निवासी एसपी ट्रैफिक सुभाषचंद्र गंगवार के दो बेटे सृजित कुमार सिद्धांत हैं। दोनों बेटे व पत्नी नीलमा सिंह सरकारी आवास पर साथ ही रहते हैं।
कुछ यूं रहा सृजित कुमार का सफर
30 अक्टूबर साल 2000 में जन्में बड़े बेटे सृजित कुमार ने शुरुआती शिक्षा शाहजहांपुर से ही ग्रहण की। हाईस्कूल सेंट पॉल्स इंटर कॉलेज और मेमोरियल इंटर कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। कानपुर में कंप्यूटर साइंस विषय से बीटेक कर स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
स्नातक कर इंजीनियर बने सृजित की साल 2021 में बेंगलुरु की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी लग गई। मगर, मन नहीं लगा। हर समय कंम्प्यूटर के सामने बैठकर नौकरी उलझन देती। समाज के लोगों के लिए कुछ करने का हर समय मन में ख्याल आता। लिहाजा, 2023 में नौकरी छोड़ दी।
प्रत्येक दिन सात से आठ घंटे पढ़ाई
पिता को यूपीएससी की तैयारी के बारे में बताया और नए सफर के लिए जुट गए। घर पर रहकर प्रत्येक दिन सात से आठ घंटे पढ़ाई करने लगे। साल 2024 में यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुए। मंगलवार काे परिणाम आया। तब पहले ही प्रयास में बेटे की सफलता से पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।
पिता एसपी ट्रैफिक सुभाषचंद्र गंगवार अपने काम पर लगे हुए थे। दोपहर तक वह अपने कार्यालय में रहे। जिस समय परिणाम आया, उस दौरान वह डीएम अनुज सिंह के साथ मीटिंग में मौजूद थे।
इसी बीच सृजित ने फोन कर कहा कि पापा बधाई, सिलेक्शन हो गया। उनकी भी खुशी का ठिकाना ना रहा। डीएम को बेटे के चयन की बात बताई। तब डीएम ने उन्हें बधाई देते हुए खुशी की बेला में शामिल होने के लिए घर भेज दिया। चयन के बाद एसपी ट्रैफिक के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने भी शुभकामनाएं दीं।
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