UP Police : फर्जीवाड़े से हासिल की पुलिस की नौकरी, पति ने भी दिया साथ, महिला सिपाही निलंबित
शैक्षणिक प्रमाणपत्रों में फर्जीवाड़ा करके शादी के बाद यूपी पुलिस में नौकरी पाने वाली महिला सिपाही को एसएसपी पवन कुमार ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। प्रारंभिक जांच में उसका पति भी हेराफेरी में संलिप्त पाया गया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। शैक्षणिक प्रमाणपत्रों में फर्जीवाड़ा करके शादी के बाद यूपी पुलिस में नौकरी पाने वाली महिला सिपाही को एसएसपी पवन कुमार ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। प्रारंभिक जांच में उसका पति भी हेराफेरी में संलिप्त पाया गया। उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।
मूल रूप से हरदोई के माधौगंज थाना क्षेत्र के गांव चंपापुरवा निवासी सरोज यादव यूपी पुलिस में सिपाही हैं। वर्तमान में उसकी तैनाती महिला थाना मुरादाबाद में चल रही है। बताया गया कि अक्टूबर 2020 में महिला सिपाही के पति सरोज कुमार उर्फ अरविंद यादव ने एसएसपी को पत्र भेजकर शिकायत की थी। जिसमें आरोप लगाया था कि महिला सिपाही सरोज यादव ने शादी के बाद कूटरचित तरीके से अपने शैक्षणिक अभिलेखों में अपना नाम बदल कर उम्र कम की थी। शिकायत की जांच सीओ कोतवाली इंदु सिद्धार्थ द्वारा की गई। जांच में पाया गया कि महिला सिपाही सरोज यादव ने शादी के बाद फर्जीवाड़ा करके शैक्षणिक प्रमाणपत्रों में अपना नाम रीना यादव पुत्री जीत बहादुर जन्मतिथि छह मई 1990 के स्थान पर सरोज यादव पुत्री जीत बहादुर जन्मतिथि 11 नवंबर 1992 कर ली थी। फर्जीवाड़ा कर नाम बदलने से उसकी उम्र करीब ढाई साल कम हो गई। इसके बाद उसने नाम बदल कर हाईस्कूल, इंटर और बीए की परीक्षा पास कर ली। उसी फर्जीवाड़े से तैयार प्रमाणपत्र के बल पर ही महिला ने सिपाही की नौकरी मिल गई थी। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर महिला सिपाही सरोज यादव और उसके पति के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि जांच में महिला सिपाही के खिलाफ आरोप सही पाए गए। इसलिए उसे निलंबित कर दिया गया है। पति की भूमिका भी इसमें संदिग्ध है।
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