लगाम और 'जंप' की टाइमिंग का खेल: मुरादाबाद में मोंटीना का जलवा, सीतापुर के 'आर्मी' घोड़ों ने जमाई धाक
मुरादाबाद में 27वीं यूपी पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। पहले दिन मुरादाबाद की मोंटीना ने शो जंपिंग प्रिमनरी में स्वर्ण पदक जीता। सीतापुर ...और पढ़ें

घुड़सवारी प्रतियोगिता के दौरान चोट लगने से घायल अश्व बादल का उपचार करते चिकित्सक।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। डा. बीआर आंबेडकर अकादमी में 27 वीं उप्र पुलिस चार दिवसीय घुड़सवारी प्रतियोगिता का शुक्रवार को सुबह शुभारंभ हो गया। पहले दिन ही बीमारी से उभरकर दोबारा मैदान पर पहुंची मोंटीना ने यूपी पुलिस शो जंपिंग प्रिमनरी में गोल्ड मेडल जीत लिया। इसमें दूसरे स्थान पर सीतापुर टीम का घोड़ा रहा। पहले दिन की प्रतियोगिता में सीतापुर की टीम का दबदबा रहा। सुबह कोहरे के बीच मुरादाबाद टीम का बादल घोड़ा लड़खड़ाकर गिर चोटिल हो गया। जिसके बाद उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया।
डीआइजी मुनिराज जी, डीआइजी अकादमी विकास कुमार वैद्य, एसपी एकेडमी सुशील कुमार, एएसपी महेंद्र कुमार ने शुक्रवार को घुड़सवारी मैदान में गुब्बारा उड़ाकर प्रतियोगिता का आगाज किया। प्रतियोगिता में मुरादाबाद पुलिस अकादमी के साथ सीतापुर, बरेली, अलीगढ़, लखनऊ और मेरठ जोन की टीमों के 37 घोड़े और घुड़सवार भाग ले रहे हैं।
शुक्रवार की सुबह नौ बजे अकादमी के घुड़सवारी मैदान में प्रतियोगिता शुरू की गई। मुख्य अतिथि डीआइजी मुनिराज जी को खिलाड़ियों ने पीएसी बैंड की धुन के बीच मार्च पास्ट की सलामी दी। आरआइ अकादमी भगवती प्रसाद ने प्रतियोगिता में भाग ले रहे घुड़सवारों को कर्तव्य की शपथ दिलाई। प्रतियोगिता में सबसे पहले टेंट पैगिंग इंडियन फाइलन की स्पर्धा कराई गई।
इसमें 20 घुड़सवारों ने अपने-अपने घोड़ों के साथ भाग लिया। इसमें सीता टीम के घुड़सवार हिमांशु कुमार के घोड़े रणकुंभ, मोहित कुमार के पृथ्वी अविनाश कुमार के अहिल्या, अजय सिंह के चंचल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। जबकि बरेली के तरुण सागवान के मूमल, नाजिर के राजा, रविंद्र कुमार के रैंम्बो, कुलदीप कुमार के चैंपियन ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।
मुरादाबाद पुलिस अकादमी में राज नरेश के डायमंड, मुकेश बाबू के बादल, वीर सिंह क भारत और सौरभ नेहरा ने स्वास्तिक ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं मेरठ की टीम के चंद्रपाल पाठक के घोड़े तेजस, मृृत्युंजय लोहिया के तुलसी, अशोक कुमार के विशाल और शुभम कुमार के अशोक ने चौथा स्थान प्राप्त किया।
वहीं दूसरे स्पर्धा शो जंपिंग प्रिमनलरी में मुरादाबाद के घुड़सवार मुकेश बाबू ने घोड़े मोंटीना ने प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया। वहीं दूसरे स्थान पर सीतापुर टीम हिमांशु कुमार की गौरी ने दूसरा, सीतापुर के ही अजय सिंह के दारा ने तीसरा और सीतापुर के अविनाश कुमार की शाहीन ने चौथा स्थान प्राप्त किया।
आर्मी के बेड़े से निकलकर आए सीतापुर के घोड़ों ने दिखाया कमाल
करीब तीन साल बाद प्रतियोगिता घुड़सवारी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पहुंची सीतापुर टीम ने प्रतियोगिता के पहले दिन ही अपना दबदबा कायम कर लिया। टेंट पैगिंग इंडियन फाइलन की स्पर्धा ही सीतापुर टीम ने कमाल का प्रदर्शन किया। इस टीम पर पहले से ही सभी की नजर थी क्योंकि यह टीम इस बार 12 घोड़े लेकर प्रतियोगिता में पहुंची थी।
खास बात यह थी कि 12 में से पांच घोड़े हाल ही में आर्मी के बेड़े से निकलकर इस टीम के बेड़े में शामिल हुए थे। नए उम्र के घोड़े होने के चलते सभी को इस टीम से उम्मीद थी। टीम ने भी उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन किया। दूसरे स्पर्धा शो जंपिंग प्रिमनलरी में भी मोंटीना के आगे ही सीतापुर टीम दबती हुई नजर आई, वरना अन्य घोड़ों को पछाड़ दिया।
बोलने की टाइमिंग और हाथ में लगाम दिला रही मेडल
तेजी से मैदान में दौड़ रहे घोड़े.. घुड़सवार के हाथ में लगाम और मुंह से निकला एक मात्र शब्द जम्प सिर्फ इस प्रतियोगिता में यह शब्द की टाइमिंग मेडल दिलाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्योंकि हरेक घुड़सवार अपने घोड़े के साथ मेडल जीतने के लिए पूरी ताकत लगा देते हैं।
जिस समय घोड़े से जम्प करानी होती है उस समय घुड़सवार को जम्प बोलना होता है। यह वह समय होता है कि घुड़सवार को बिल्कुल सटीक स्थान ही इस शब्द को बोलना होता है। वहीं घुड़सवार के हाथ में लगाम भी बहुत ही मायने रखती है। क्योंकि घोड़े को कितनी तेजी से दौड़ाने यह लगाम से ही घुड़सवार को करना होता है।

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