Panchayat Election 2021 : ग्राम प्रधान चुनाव लड़ने के लिए मुरादाबाद के युवक का बड़ा फैसला, पिछड़ी जाति की युवती से किया निकाह
Panchayat Election 2021 ग्राम प्रधान बनने के लिए लोग हर तरह के दाव आजमा रहे हैं। सीट आरक्षित होने के बाद मुरादाबाद के एक युवक ने बड़ा फैसला लिया। ...और पढ़ें

मुरादाबाद, जेएनएन। जिले के कुंदरकी विकास खंड के असदपुर गांव के एक युवक ने प्रधानी के चुनाव में प्रत्याशी बनाने के लिए बिलारी क्षेत्र में रहने वाली पिछड़ी जाति की युवती से निकाह कर लिया। युवक के बड़े भाई पिछले दो साल से प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, उनका गांव पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित हो गया। इसलिए उन्होंने अपने छोटे भाई से युवती का निकाह कराया है। प्रधान चुनाव लड़ाने के लिए आनन-फानन में युवती का वोट भी बनवाया गया है।
आजादी के बाद पहली बार असदपुर गांव पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है। गांव का एक व्यक्ति पिछले दो साल से प्रधान पद पर चुनाव लड़ने की तैयारी में लगा था। लेकिन, तीन मार्च को आरक्षण की सूची लगी तो असदपुर गांव पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित हो गया। इससे कई लोगों के सपने टूट गए। कुछ तो मैदान छोड़कर घर पर आराम से बैठ गए। लेकिन, एक व्यक्ति ने ठान लिया कि प्रधान पद के लिए हर हाल में चुनाव लड़ना है। मैं नहीं तो क्या हुआ, कोई और चुनाव लड़ेगा। इसके चलते उन्होंने पिछड़ा वर्ग की युवती को तलाश लिया। प्रधान का चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने अपने छोटे भाई से युवती का निकाह करा दिया। निकाहनामे के आधार पर युवती असदपुर गांव की वोटर भी बन गईं। वोट बनवाने के लिए आधार कार्ड में संशोधन कराते हुए पिता का नाम हटाकर पति का नाम दर्ज कराया। नई दुल्हन अभी मायके में ही है। लेकिन, उसके सहारे पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित सीट पर चुनाव लड़ने के लिए सियासी गोटियां बिछाई जा रहीं हैं। पति और जेठ ने युवती को जिताने के लिए दिनरात मेहनत शुरू कर दी है। वायदे के मुताबिक जीतने के बाद ही युवती की विदाई होगी। प्रधानी के लिए दूसरी बिरादरी की युवती से शादी करने का यह मामला चर्चा विषय बना हुआ है।
साझेदारी में लड़ी जाएगी प्रधानी
कुंदरकी विकास खंड क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने से संभावित दावेदारों में मायूसी छाई हुई है। चुनाव लड़ाने की तैयारी की जा रही है। प्रधानी उन्हीं की चौखट पर रहे इसलिए अनुसूचित जाति के लोगों को लालच तक देकर साझेदारी तक होने लगी है। कई लोग नौकरों को भी चुनाव मैदान में उतार सकते हैं।
विरोधियों का कहना है फर्जी आधार कार्ड बना
प्रधानी के लिए पिछड़ी जाति के युवती से शादी करने वाले युवक और उनके परिवार के लोगों से विरोधी खुश नहीं है। उनका कहना है कि फर्जी आधार कार्ड बनवाकर वोट बनवाया गया है। बीएलओ भी इसमें शामिल हैं। इस मामले की बारीकी से जांच हो जाए तो असली बात सामने आ जाएगी।

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