स्विफ्ट कार की चेकिंग में दंग रह गए सभी, डेढ़ करोड़ के पुराने नोटों संग पुलिसकर्मी समेत तीन गिरफ्तार
मुरादाबाद के डिलारी में पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपये के पुराने नोटों के साथ एक पुलिसकर्मी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारी डिलारी-करणपुर मार्ग पर चेकिंग के दौरान हुई। आरोपितों को 10 प्रतिशत के हिसाब से 15 लाख रुपये मिलने थे। पुलिस ने कार से नोट बरामद कर लिए हैं और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। डिलारी थाना पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपये के पुराने नोट के साथ पुलिसकर्मी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। डिलारी-करणपुर मार्ग पर चेकिंग के दौरान आरोपित पकड़े गए हैं। कार में छह आरोपित सवार थे। जिसमें सिपाही विक्की गौतम निवासी जलीलपुर बक्काल अमरोहा, रियाज और यासीन निवासी अहमदनगर अहमदाबाद मदारी की मढ़ैया टांडा रामपुर पकड़े गए।
साथी यूसुफ निवासी नूरपुर बिजनौर, सत्तार निवासी गुहावर नूरपुर बिजनौर और फैसल निवासी सैदनगली जिला संभल भाग निकले। 10 प्रतिशत के हिसाब से यह डील तय हुई थी। इन्हें डील के मुताबिक 15 लाख रुपये मिलने थे। इससे पहले ही तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिले में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार की रात समय करीब एक बजे पुलिस डिलारी-करणपुर रोड पर चेकिंग कर रही थी।
स्विफ्ट कार में छह लोग आते दिखाई दिए
गांव होशपुर की पुलिया की ओर से स्विफ्ट कार में छह लोग आते दिखाई दिए। पुलिस ने रुकने का इशारा किया। इससे सभी हड़बड़ा गए। पुलिस ने कार को रोका। इस दौरान यूसुफ, सत्तार और फैसल कार की खड़की से निकलकर भाग निकले। पुलिस ने सिपाही विक्की गौतम, रियाज और यासीन को दबोच लिया। कार की डिक्की खुलवाकर देखी तो सभी हैरान रहे गए। प्लास्टिक के कट्टे एवं गत्ते के बाक्स में 500 और 1000 के पुराने नोट भरे थे। जो करीब एक करोड़ 49 लाख 99 हजार रुपये थे।
पुलिस ने कार और नोटों को कब्जे में ले लिया
पुलिस ने कार और नोटों को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने भाग निकले अन्य तीनों आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। अमरोहा का रहने वाला विक्की गौतम यूपी पुलिस में है। उसकी तैनाती सीतापुर में है। वहां से पिछले काफी समय से वह गैरहाजिर चल रहा है। रामपुर टांडा का रहने वाला मो. यासीन और मो. रियाज दिव्यांग है। डिलारी थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि पुराने नोट के साथ तीन को गिरफ्तार किया गया है। बाकी की तलाश के लिए टीम दबिश दे रहीं हैं।
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दिल्ली की बैंक में पहुंचना था रुपया, पहले ही पकड़े गए
पुरानी करेंसी को 10 प्रतिशत के भाव के हिसाब से लिया जा रहा था। डेढ़ करोड़ के बदले नई करेंसी के 15 लाख रुपये इन आरोपितों को मिलने थे। इसके बाद यह करेंसी दिल्ली की बैंक में पहुंचाई जानी थी। इससे पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया।
मुजफ्फरनगर की टीम से होनी थी डील
2016 में नोटबंदी के बाद से 500-1000 के नोट चलन से बाहर हैं। लेकिन, पुरानी करेंसी खपाने के लिए अभी भी पूरा नेटवर्क चल रहा है। बैंकों में भी इसकी सेटिंग कर रखी है। पुरानी करेंसी के लिए मुजफ्फरनगर से पार्टी को आना था। इससे पूर्व ही डेढ़ करोड़ की करेंसी के साथ तीनों आरोपित गिरफ्तार हुए हैं।
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