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    अफसरों का 'सियासी फाउल': सांसद खेल महोत्सव से स्थानीय सांसद रुचि वीरा 'क्लीन बोल्ड'

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 12:05 AM (IST)

    मुरादाबाद में सांसद खेल महोत्सव से स्थानीय सांसद रुचि वीरा को बाहर रखा गया, जिससे अधिकारियों पर 'सियासी फाउल' का आरोप लग रहा है। इस घटना ने राजनीतिक ग ...और पढ़ें

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    खेल महोत्‍सव लोगो

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्टेडियम में केंद्र सरकार के खेलो इंडिया और फिट इंडिया अभियान के तहत गुरुवार दो दिवसीय सांसद खेल स्पर्धा का शुभारंभ हुआ। पहले दिन बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। मगर हैरानी की बात यह कि नाम सांसद खेल प्रतियोगिता, पर जिले की सांसद को ही नहीं बुलाया गया।

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    इस बारे में क्रीड़ा अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता में किसको बुलाना है यह नाम मुख्यालय से ही तय होते है। जिसमें मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर हैं। सांसद रुचि वीरा ने आमंत्रण न मिलने पर नाराजगी जताई और कहा कि प्रकरण में अफसरों से बात करूंगी। प्रतियोगिता के पहले दिन छह स्पर्धाओं में प्रतियोगिता हुई।

    कबड्डी, बैडमिंटन, कुश्ती, बालीबाल, फुटबाल, एथलेटिक्स में जिले के लगभग दो हजार खिलाड़ी शामिल हुए। राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर ने इस आयोजन को खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल बताया। जिला प्रभारी राजेश यादव ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव युवाओं की प्रतिभाओं को निखारने और खेल भावना को मजबूत करने का प्रभावशाली मंच है।

    भाजपा जिलाध्यक्ष आकाश कुमार पाल, जिला विकास अधिकारी जीबी पाठक, अजय विक्रम पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. शैफाली सिंह चौहान, एमएलसी सतपाल सिंह सैनी, जयपाल सिंह आदि रहे।

    पहले ही दिन प्रतियोगिता में अव्यवस्था

    पांच लाख के बजट से होने वाली प्रतियोगिता के पहले ही दिन अव्यवस्था देखने को मिली। मैदान में खिलाड़ियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे, जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों में स्पष्ट अंतर नजर नहीं आ रहा था। इससे कई बार खेलों के संचालन में भी बाधा उत्पन्न हुई।

    सुरक्षा और अनुशासन को लेकर भी सवाल उठे क्योंकि खेल मैदान के भीतर अनावश्यक आवाजाही बनी रही। खेल प्रेमियों का कहना था कि इतने बड़े आयोजन में बेहतर प्रबंधन और व्यवस्था की अपेक्षा थी। यदि दर्शकों के लिए अलग स्थान और खिलाड़ियों के लिए निर्धारित क्षेत्र होता तो प्रतियोगिता सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सकती थी।

     

     

    यह प्रतियोगिता हर जिले में होती है जिसमें जिला प्रशासन बजट आंवटित करता है। इसमें किसको बुलाना है, यह नाम मुख्यालय से ही तय होते है। हमारे पास लिस्ट आती हैं। उसी अनुसार हम अतिथियों को बुलाते हैं।

    - सुनील कुमार, क्रीड़ा अधिकारी

     

     

    इस प्रतियोगिता के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई थी, सासंद के नाम पर अगर कोई प्रतियोगिता जिले में होती है तो मुझे बुलाना चाहिए था। मैं इस बारे में जिले के अधिकारियों से बात करुंगी।

    - रुचि वीरा, सासंद मुरादाबाद


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