मुरादाबाद में प्रशासन की कार्रवाई से मची अफरातफरी: विधायक ने जिस आढ़ती के लिए पैरवी की थी, उसका अतिक्रमण भी ध्वस्त
मुरादाबाद में मंडी सचिव संजीव कुमार की पिटाई के मामले में 24 घंटे बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाई है। इस बीच एडीएम सिटी और एसपी सिटी के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया जा रहा है जिससे मंडी में अफरातफरी मच गई है। विधायक ने जिस आढ़ती की पैरवी की थी उसका अतिक्रमण भी ध्वस्त कर दिया गया।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मंडी सचिव संजीव कुमार की पिटाई प्रकरण में 24 घंटे बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी है। मंगलवार सुबह-सुबह एक बार फिर पुलिस जांच के लिए पहुंच गई। आस-पास के अन्य सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया। जांच के बाद प्राथमिकी का हवाला दिया गया। इस बीच अचानक से एडीएम सिटी ज्योति सिंह व एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह के नेतृत्व में टीमें पहुंची। बुलडोजर पहुंचे और अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू करा दी। अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया जाने लगा जिससे मंडी में अफरातफरी मच गई है।
विधायक ने जिस आढ़ती के लिए पैरवी की थी, उसका अतिक्रमण भी ध्वस्त कर दिया गया। बता दें कि अतिक्रमण की कार्रवाई को लेकर मंडी सचिव व शहर विधायक रितेश गुप्ता के बीच तकरार हो गई थी। सचिव का आरोप है कि इसी के बाद विधायक अपने 10-15 लोग संग पहुंचे और कमरे में बंद कर पीटा। हालांकि, उन्होंने शिकायती पत्र अज्ञात के विरुद्ध दिया। तर्क दिया कि वह नए आए हैं, विधायक को पहचानते नहीं हैं।
इधर, इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित एक फुटेज में विधायक साथियों संग मंडी सचिव कार्यालय में जाते दिख रहे हैं जिसे विधायक ने तीन माह पुराना बताया। फिलहाल, मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
ये था मामला
सोमवार दोपहर करीब 12 बजे आढ़ती मंडी सचिव से बातचीत करने साथियों संग कार्यालय आए। बातचीत के दौरान सचिव ने कहा कि यह निर्माण अवैध है। मंडी में ऐसे अतिक्रमण नहीं होने देंगे। जरूरत पड़ी तो बुलडोजर चलवाएंगे। इससे मामला गर्मा गया, तभाी आढ़ती ने विधायक के नाम से फोन मिलाया और सचिव को फोन यह कहकर दे दिया-लो, विधायक जी से बात करो। सचिव के मुताबिक फोन पर गाली-गलौज की गई और धमकी दी गई- ‘रुको, हम खुद आ रहे हैं, अभी तुम्हें सही कर देंगे। इसके करीब 15 मिनट बाद ही 10-15 लोग उनके कक्ष में घुस आए और दरवाजा बंद कर उनपर हमला बोल दिया।
सीसीटीवी तोड़ दिया गया
कुर्सी को लात मारकर गिरा दिया गया। सीसीटीवी को तोड़ दिया गया। कर्मचारियों को धमकाकर भगा दिया गया।’ दहशतजदा कर्मचारी कार्यालय में ताला लगाकर चले गए। घटना के बाद सचिव ने कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम अनुज सिंह से पीड़ा बयां की। डीएम ने तत्काल ही एडीएम सिटी ज्योति सिंह और एसपी सिटी रणविजय सिंह को मौके पर भेजा। पुलिस के पहुंचने पर दफ्तर का दरवाजा खुलवाया गया। एडीएम व एसपी सिटी ने सचिव व कर्मचारियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। स्टाफ को लेकर मझोला थाने पहुंचे।
सचिव की ओर से शिकायती पत्र दिया गया। अफसरों द्वारा कार्रवाई की बात कही गई, मगर शाम होते-होते सभी बैकफुट पर आ गए। भाजपा जिलाध्यक्ष आकाश पाल ने बताया कि पाकबड़ा मंडल अध्यक्ष की मां का निधन हो गया था। मंडी का मामला सुनने में आया है, मगर क्या हुआ है यह पता नहीं है।
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