Illegal Conversion Racket: मतांतरण गैंग में पाकिस्तानी स्लीपर मॉड्यूल का संदेह! रिवर्ट मुस्लिम ग्रुप की जांच
आगरा में मतांतरण गिरोह के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के बाद जांच एजेंसियां अलर्ट हैं। आशंका है कि पाकिस्तान इस गिरोह के माध्यम से स्लीपर मॉड्यूल तैयार कर रहा था जिसमें रिवर्ट मुस्लिमों का इस्तेमाल किया जा सकता था। जांच में कश्मीरी युवतियों से संपर्क और कट्टरपंथी विचारधारा का खुलासा हुआ है। गिरोह को विदेशों से फंडिंग के सबूत भी मिले हैं।

जागरण संवाददाता, आगरा। मतांतरण गिरोह के तार कश्मीर और पाकिस्तान से जुड़े होने के साक्ष्य सामने आने के बाद जांच एजेंसियाें की दिशा बदल गई है। एटीएस समेत अन्य जांच एजेंसियों को आशंका है कि सात से अधिक राज्यों एवं शहरों में फैले मतांतरण गिरोह के जाल के माध्यम से पाकिस्तान स्लीपर माड्यूल तैयार कर रहा था।
वह रिवर्ट मुस्लिमों को अपने स्लीपर माड्यूल के रूप में प्रयोग कर सकता था। भविष्य में धर्म के नाम पर उनका प्रयोग अपने हित साधने के लिए कर सकता है।जांच एजेंसियां मतांतरण गिरोह के प्रमुख सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह समेत अन्य का पूरा डाटा तैयार कर रही है।
युवक और युवतियों को धर्म के खिलाफ भड़काया
मतांतरण होने वाले युवक-युवतियों की छानबीन में सामने आया है कि वह किसी न किसी माध्यम से कश्मीरी युवतियों के संपर्क में आई थीं। युवक-युवतियों को उनके धर्म के विरुद्ध भड़काया गया, उन्हें दावा (बौद्धिक चर्चा) में आनलाइन आमंत्रित किया गया।
पाकिस्तानी ग्रुपाें से जोड़ा, इन ग्रुपों में वीडियो के माध्यम से उन्हें मतांतरण की अग्रसर किया गया था। मतांतरण गिरोह के तार उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, दिल्ली, गोवा, हरियाणा एवं पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों से जुड़े हैं। मतांरित होने वाले युवक-युवतियों को कट्टरवादी बनाया जा रहा था।
मतांतरण गिराेह से जुड़े पाकिस्तानियों के ग्रुपों की जांच कर रही पुलिस
जांच एजेंसियां को आशंका है कि पाकिस्तान रिवर्ट मुस्लिम ग्रुपों के माध्यम से अलग-अलग राज्य एवं शहरों में स्लीपिंग माड्यूल का नेटवर्क खड़ा तैयार कर रहा था। रिवर्ट मुस्लिमों को कट्टरता का पाठ पढ़ा कर उन्हें अपने लिए तैयार किया जा रहा था। जिससे कि भविष्य में जरूरत हाेने पर धर्म के नाम पर इन रिवर्ट मुस्लिमों का प्रयोग किया जा सके।
पाकिस्तान के लिए रिवर्ट ग्रुप, स्लीपिंग माड्यूल को रकम भेजने का माध्यम बनते। गिरोह को विदेशों से फंडिंग के साक्ष्य जांच एजेंसियों को मिल चुके हैं। शाहगंज के सराय ख्वाजा के रहने वाले रहमान कुरैशी द्वारा फलस्तीन के लिए क्रिप्टो करेंसी एवं डालर में क्राउड फंडिंग की गई थी। दिल्ली में मुस्तफाबाद के रहने वाले अब्दुल रहमान के खातों में फंडिंग के साक्ष्य जांच एजेंसियों को मिले हैं।
इन बिंदुओं पर जांच कर रहीं एजेंसियां
- रिवर्ट मुस्लिम पाकिस्तान के किन यूट्यूबरों के चैनल से जुड़े थे?
- इन चैनलों पर किस तरह की सामग्री परोसी जा रही थी?
- यूट्यूबर कितने पाकिस्तानियों के संपर्क में थे? उनके कितने सब्सक्राइबर हैं?
- इन यूट्यूब चैनल ने कोई कोड तो विकसित नहीं कर लिया था?
- विदेशों से होने वाली फंडिंग
गिरोह के 10 आरोपितों को रिमांड आज खत्म
मतांतरण गिरोह के 10 सदस्यों अब्दुर रहमान, आयशा उर्फ एसबी कृष्णा, जुनैद कुरैशी, रहमान कुरैशी, अबू तालिब, मोहम्मद अली, मुस्तफा उर्फ रीत, इब्राहिम उर्फ बानिक, ओसमा, अली हसन उर्फ शेखर राय को 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया था। मंगलवार को आरोपितों की रिमांड की अवधि समाप्त हो रही है। पुलिस इन सभी को जेल भेजेगी।
पुलिस टीमों ने 10 दिन तक चली पूछताछ में आरोपितों के विरुद्ध कई महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए हैं। गिरोह के बड़े चेहरे अब्दुल रहमान को चार दिन बाद गिरफ्तार किया था। उसे भी 10 दिन के रिमांड पर लिया था। उसे अभी पूछताछ के लिए रोक सकती है।
महिला चिकित्सक समेत बेटियों के बयान आज होंगे दर्ज
हरियाणा के झज्जर की रहने वाली महिला चिकित्सक और सदर क्षेत्र की दोनों बेटियों को पुलिस मंगलवार को न्यायालय में प्रस्तुत करेगी। दोनों बेटियां 24 मार्च से लापता थीं।मतांतरण गिरोह ने उन्हें कोलकाता के मुस्लिम बाहुल्य तपसिया की तंग गलियों में रखा था। जाल में फंसी दोनों बेटियां मतांतरण कर चुकी थीं। पुलिस और मनोविज्ञानियों द्वारा काउंसलिंग के बाद वह सामान्य हो सकीं हैं।
महिला चिकित्सक का जयपुर के जुनैद कुरैशी ने धोखे से मतांतरण कराके शारीरिक शोषण किया था। उसे ब्लैकमेल कर रहा था।
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