अनुमति 11 की, बलि 17 की? क्या ग्राम प्रधान और ठेकेदार की मिलीभगत ने उजाड़ा सरकारी बाग?
Moradabad: कांठ के मोढी हजरतपुर में ग्राम प्रधान व ठेकेदार पर सरकारी बाग से 11 की अनुमति के बजाय 17 पेड़ काटने का आरोप है। ग्रामीणों ने विरोध कर लकड़ी ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
संवाद सहयोगी, जागरण, कांठ। आंधी में गिरे 11 पेड़ों को कटवाने की अनुमति लेकर शनिवार रात ग्राम प्रधान ने ठेकेदार के माध्यम से 17 पेड़ कटवा दिए। जिसमें छह सरकारी हरे पड़े। जानकारी मिलने पर सरकारी बाग पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा होता देख ग्राम प्रधान मौके से भाग गया।
ग्रामीणों ने लकड़ी से भरा ट्रैक्टर ट्रिपलर पकड़ लिया। सूचना मिलने पर पहुंचे लेखपाल और वन विभाग के डिप्टी रेंजर ने लकड़ी से भरे ट्रैक्टर-ट्रिपलर को पुलिस को सौंप दिया। ग्रामीणों ने 17 पेड़ कटवाने का आरोप लगाते हुए पुलिस से आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
मामला ग्राम पंचायत मोढी हजरतपुर का है। यहां ग्राम समाज की 20 बीघे भूमि पर दो दशक से अधिक पुराना सरकारी बाग मौजूद है, जिसमें आम, जामुन, शीशम आदि के पेड़ लगे हैं। 15 दिसंबर को पेड़ों की नीलामी होने के बाद शनिवार रात गांव के पास ग्राम समाज की भूमि पर बने सरकारी बाग में ठेकेदार द्वारा पेड़ कटवाए जा रहे हैं।
किसी ने ग्रामीणों को अधिक पेड़ कटवाने की जानकारी दे दी। जिस पर एकत्रित हुए अमित कुमार,‚ संजू, जितेंद्र, राहुल, संजीव कुमार, लोकेंद्र सिंह, रामनिवास, उदय राज आदि ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि उनके पहुंचते ही ठेकेदार व ग्राम प्रधान सहित अन्य लोग मौके पर ट्रैक्टर ट्रिपलर छोड़कर भाग गए। इधर ग्रामीणों ने लेखपाल सहित वन विभाग को 17 पेड़ काटे जाने की सूचना दी।
जिस पर मौके पर पहुंचे लेखपाल अली हुसैन व वन विभाग के डिप्टी रेंजर पुष्पेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। जांच करने पर उन्हें अनुमति से अधिक काटे गए पेड़ों की जड़ें मिलीं। इसके अलावा ट्रैक्टर व ट्रिपलर भी मिला। इधर ग्रामीणों के हंगामा करने पर मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। जिसके बाद लकड़ी से भरा ट्रैक्टर ट्रिपलर पुलिस को सौंप दिया।
इसके बाद ग्रामीण थाने पहुंच गए। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। ग्रामीणों के अनुसार काटे गए पेड़ों में से तीन पेड़ जामुन के है और तीन पेड़ शीशम के हैं। पुलिस ने उन्हें शांत कराते हुए अधिकारियों के आदेश पर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।
ग्राम प्रधान पर लगाया आरोप, सीएम को दी सूचना
ग्रामीणों ने मामले में ठेकेदार से ग्राम प्रधान पर सांठगांठ कर पेड़ कटवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने ने बताया कि इस मामले की शिकायत पत्र भेजकर मुख्यमंत्री से भी की है। वहीं मामले में जब ग्राम प्रधान से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
आंधी में टूटे पेड़ों को कटवाने की मिली थी अनुमति
लगभग तीन माह पूर्व आई आंधी में बाग में लगे 11 पेड़ों के टूटने की सूचना ग्राम प्रधान व लेखपाल अली हुसैन ने तहसीलदार को दी। जिस पर तहसीलदार ने सामाजिक वानिकी प्रभाग, मुरादाबाद को पत्र लिखकर 11 पेड़ों के काटने की अनुमति मांगी थी। प्रभाग से अनुमति मिलने के बाद विभाग ने 11 पेड़ों की 15 दिसंबर को नीलामी कर दी थी।
रात में ग्रामीणों ने ठेकेदार द्वारा अनुमति से अधिक पेड़ काटे जाने की सूचना दी थी, मौके पर गया था। वन विभाग की टीम ने जांच की है। मौके पर अधिक पेड़ मिले हैं।
- अली हुसैन, लेखपाल, कांठ
सरकारी बाग में अनुमति से ज्यादा पेड़ काटने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा मिली थी, मौके पर जांच की गई तो वहां 15 पेड़ों की जड़ें मिली हैं, जबकि अनुमति 11 पेड़ों की थी।
- पुष्पेंद्र सिंह, डिप्टी रेंजर, वन विभाग
शिकायत मिली थी कि 11 पेड़ों की आड़ में अधिक पेड़ काटे गए हैं, मौके पर विभाग के अधिकारी व लेखपाल को भेजा है। जांच रिपोर्ट मांगी है, सोमवार को रिपोर्ट मिलने के बाद मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी।
- संत दास पंवार, उपजिलाधिकारी, कांठ
ग्रामीण मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे थे, मामले में वन विभाग या प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से तहरीर मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
- सुदेश पाल सिंह, थाना प्रभारी, कांठ
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