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    अस्पताल में दूध बांटने पहुंचे थे लोग, पर सामान समेत होना पड़ा वापस! जानें क्यों सख्त हुई डॉ. संगीता गुप्ता?

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 08:14 PM (IST)

    मुरादाबाद जिला अस्पताल में अब खुले खाद्य पदार्थों के वितरण पर सख्त पाबंदी लगा दी गई है। हाल ही में बिरयानी वितरण की घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने यह ...और पढ़ें

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    मुरादाबाद ज‍िला अस्‍पताल

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। जिला अस्पताल में हाल ही में हुए बिरयानी वितरण को लेकर प्रकाशित खबर के बाद अस्पताल प्रशासन ने खाद्य सामग्री वितरण को लेकर सख्ती शुरू कर दी है। सोमवार को एक संगठन के सदस्य जिला अस्पताल इमरजेंसी में दूध वितरण के लिए पहुंचे, लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई। अस्पताल प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया कि अस्पताल परिसर में अब कोई भी व्यक्ति खुले खाद्य पदार्थ का वितरण नहीं कर सकेगा।

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    इतना सुनने के बाद संगठन सदस्य दूध और अन्य सामान वापस लेकर लौट गए। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, मरीजों की सेहत और सुरक्षा सर्वोपरि है। खुले में वितरित किए जाने वाले खाद्य पदार्थों से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है, खासकर इमरजेंसी और वार्डों में, जहां गंभीर मरीज भर्ती रहते हैं। ऐसे में बिना अनुमति और बिना गुणवत्ता जांच के किसी भी प्रकार का खाद्य वितरण जोखिम भरा साबित हो सकता है।

    इससे पहले भी कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा बिना पूर्व अनुमति के खाद्य सामग्री बांटी जाती रही है, जिससे अव्यवस्था की स्थिति बनती थी। हाल ही में बिरयानी वितरण को लेकर सामने आए मामले के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। अब अस्पताल परिसर में किसी भी तरह का भोजन या पेय पदार्थ बांटने से पहले अस्पताल प्रशासन से लिखित अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया है।

    सोमवार को दूध वितरण के लिए पहुंचे संगठन के सदस्यों को यह भी समझाया गया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए चिकित्सक द्वारा निर्धारित डाइट दी जाती है। बाहर से दिया गया दूध या अन्य खाद्य सामग्री मरीज के स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल सकती है। इसके अलावा एलर्जी, संक्रमण या खाद्य विषाक्तता जैसी समस्याओं का खतरा भी बना रहता है, जिसकी जिम्मेदारी अस्पताल नहीं ले सकता।

    अस्पताल प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई संगठन या व्यक्ति मरीजों की मदद करना चाहता है, तो वह अस्पताल प्रशासन से संपर्क कर निर्धारित प्रक्रिया के तहत सहयोग कर सकता है। केवल पैक्ड, मानक गुणवत्ता वाली सामग्री, वह भी अनुमति मिलने के बाद ही वितरित की जा सकेगी। इमरजेंसी, संवेदनशील वार्डों में खाद्य वितरण पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

    इस कार्रवाई से अस्पताल परिसर में व्यवस्था बनाए रखने और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। अपर निदेशक एवं प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. संगीता गुप्ता ने बताया कि खुला खाद्य पदार्थ वितरण नहीं करने दिया जाएगा। नियम विरुद्ध कोई कार्य नहीं होने देंगे। जो डाइट अस्पताल की है। यहीं से मिलेगी। बिना अनुमित कोई वितरण नहीं होगा।

     

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