MDA @ 2025: रिकॉर्ड कमाई और विशाल लैंड बैंक, पर जनता को अब भी है 'हाउसिंग स्कीम' का इंतजार
Year Ender 2025 : मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (MDA) 2025 तक रिकॉर्ड कमाई और विशाल लैंड बैंक के बावजूद, जनता को अभी भी आवास योजना का इंतजार है। प्राधिकरण ...और पढ़ें

उम्मीदें
मोहसिन पाशा, जागरण, मुरादाबाद। वर्ष 2025 मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) का उपलब्धियों, संघर्षों और कुछ नाकामियों के बीच गुजरा। एक ओर प्राधिकरण ने वर्षों बाद मजबूत लैंड बैंक तैयार कर भविष्य की योजनाओं की नींव रखी, वहीं दूसरी ओर आमजन का सबसे बड़ा सपना सस्ता और नियोजित घर पूरे साल अधूरा ही रहा।
शहर में अवैध कालोनियों और निर्माण पर प्रभावी अंकुश लगाने में एमडीए नाकाम रहा, जिससे नियोजित विकास के दावों पर सवाल भी खड़े हुए। साल 2025 में एमडीए ने कुछ अहम बुनियादी और सौंदर्यीकरण से जुड़े कार्य पूरे किए। दिल्ली रोड पर पीतलनगरी की पहचान को मजबूत करने के लिए पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश कुमार सिंह के नाम से भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया।
वेस्ट टू वंडर पार्क का निर्माण अंतिम चरण में पहुंचा। कांठ रोड स्थित आशियाना कालोनी को आंबेडकर पार्क की सौगात मिली। 24 मीटर चौड़ी सड़क के जरिए कांठ रोड को दिल्ली मार्ग से जोड़ने से यातायात को बड़ी राहत मिली। दिल्ली रोड को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित करने की पहल जरूर शुरू हुई, लेकिन गोल चक्करों के डिजाइन को लेकर महीनों विवाद चला।
बाद में आइआइटी रुड़की के विशेषज्ञों की रिपोर्ट के बाद मामला सुलझा, पर काम अब भी अधूरा है। सबसे अहम उपलब्धि एमडीए का लैंड बैंक है। वर्षों तक जमीन के अभाव से जूझ रहे प्राधिकरण के पास अब करीब ढाई हजार बीघा जमीन है। मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत शिवालिक नगर और गोविंदपुरम टाउनशिप के लिए 137 एकड़ भूमि खरीदी गई।
इसमें से 67.1 एकड़ पर गोविंदपुरम योजना का लेआउट तैयार कर बोर्ड से अनुमोदन और रेरा पंजीकरण की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। रेरा का पंजीकरण नंबर भी मिल गया है। बावजूद इसके, 2025 में एक भी नई आवासीय कॉलोनी जनता के लिए लांच नहीं हो सकी। दिल्ली रोड पर 22 साल बाद प्रस्तावित गोविंदपुरम टाउनशिप की लांचिंग अब नए साल में होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में औपचारिक लांचिंग कराने के प्रयास तेज हो गए हैं। लांचिंग के बाद प्लाटों की बुकिंग खोली जाएगी। मेगा शिवालिक टाउनशिप भी 2025 में चर्चाओं में रही। दिल्ली रोड के 11 गांवों की 1250 हेक्टेयर जमीन पर प्रस्तावित इस परियोजना के पहले चरण के लिए विरोध झेलने के बाद एमडीए ने 100 हेक्टेयर जमीन खरीद ली है।
इसमें रसूलपुर सुनवाती, डिडौरा और डिडौरी गांवों की जमीन शामिल है। हालांकि इसका पहला फेज भी नए साल से पहले लांच नहीं हो सका। वित्तीय मोर्चे पर एमडीए ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। माडल भवन उपविधि और माडल जोनिंग रेगुलेशन्स–2025 लागू होने के बाद नक्शा स्वीकृति और शमन से 43.54 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक आय अर्जित की।
इससे मुरादाबाद प्रदेश में चौथे स्थान पर पहुंच गया और मेरठ, कानपुर, बरेली जैसे बड़े प्राधिकरणों को पीछे छोड़ दिया। उपाध्यक्ष अनुभव सिंह के अनुसार, शमन प्रकरणों के लिए अलग सेल बनाकर और सीधी मानिटरिंग से यह संभव हो पाया। शहर के पश्चिमी विस्तार में विकसित हो रही सह्याद्रि टाउनशिप अभी तक रेरा में भी नहीं जा सकी है। करीब 1600 प्लॉट और 450 से अधिक रेडी-टू-मूव आवास इस योजना में प्रस्तावित हैं।
वर्ष 2011 से कानूनी उलझनों में फंसी यह योजना अब दोबारा पटरी पर लौटी है। एमडीए का लक्ष्य है कि पहले गोविंदपुरम और फिर सह्याद्रि टाउनशिप की बुकिंग 2026 में खोली जाए। कुल मिलाकर 2025 एमडीए के लिए तैयारी और दावों का साल रहा, लेकिन आवासीय योजनाओं के धरातल पर उतरने का इंतजार अब भी है। बढ़ती आबादी और अवैध निर्माण के दबाव के बीच 2026 में एमडीए के सामने भरोसा कायम करने की बड़ी चुनौती होगी।
2025 के मुख्य कार्य
- प्रवेश द्वार: दिल्ली रोड पर पाकबड़ा जीरो प्वाइंट के पास पूर्व सांसद स्वर्गीय कुंवर सर्वेश कुमार सिंह के नाम से द्वार बनाया गया है। इस पार्क पर मुरादाबाद में तैयार होने वाला कलश रखा है।
- स्मार्ट रोड: पाकबड़ा जीरो प्वाइंट से गागन नदी के पुल तक दिल्ली रोड को स्मार्ट बनाए जाने का काम चल रहा है। इस रोड पर गोल चक्कर बनाए गए हैं। शहर के रामपुर दोराहा चौराहों, हनुमानपूर्ति तिराहे को भी इस योजना में शामिल किया गया।
- आंबेडकर पार्क नेयर पार्क: कांठ रोड पर आशियाना कालोनी में कोई बड़ा पार्क नहीं था। एमडीए ने आम के बगीचे के पार्क विकसित करके ठेके पर देकर इसे आम नागरिक के लिए इसे खोला है। पार्क में बच्चों के मनोरंजन की भी व्यवस्था है।
- 24 मीटर रोड: कांठ की तरफ से आने वाले वाहनों को पहले पीलीकोठी के रास्ते लोकोशेड पुल होकर दिल्ली रोड जाना होता था। एमडीए ने 24 मीटर रोड बनाकर कांठ रोड को दिल्ली से जोड़कर लोगों को काफी राहत दी है।
- वेस्ट टू वंडर पार्क: नया मुरादाबाद के सेक्टर दो में इस पार्क का निर्माण अंतिम चरण में हैं। इस पार्क में दुनिया के सात अजूबों की आकृतियां देखने के लिए मिलेंगी। बच्चों के लिए झूले भी लगाए जा रहे हैं।
उम्मीदें 2026
- गोविंदपुरम की बुकिंग नए साल से पहले महीने में शुरू होगी।
- नया मुरादाबाद के सेक्टर दो में वेस्ट टूं वंडर पार्क मिलेगा।
- सह्याद्रि टाउनशिप का रेरा में पंजीकरण कराकर बुकिंग खुलेगी।
- शिवालिक टाउनशिप का पहला फेज सस्ते मकान मुहैया कराएगा।
- गोविंदपुरम टाउनशिप में साढ़े चार एकड़ में विज्ञान पार्क बनेगा।
- अवैध प्लाटिंग पर पूरी तरह से अंकुश लगने की उम्मीद भी है।
- शहर की 190 अवैध कालोनियों पर भी एमडीए निर्णय ले सकता है।
- अवैध निर्माण कराने में अहम भूमिका निभाने वालों पर शिकंजा कसेगा।
वर्ष 2025 में एमडीए ने मजबूत लैंड बैंक तैयार कर मुरादाबाद के नियोजित विकास की नींव रखी है। नई भवन उपविधियों से पारदर्शिता और आय दोनों बढ़ी हैं। समन के माध्यम से एमडीए ने 43.54 करोड़ से अधिक कमाए हैं। गोविंदपुरम और सह्याद्रि टाउनशिप योजनाएं अब धरातल पर उतरने को तैयार हैं। आने वाला वर्ष शहर को सस्ती, सुव्यवस्थित आवासीय सुविधाएं देने वाला होगा।
- अनुभव सिंह, उपाध्यक्ष, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण, मुरादाबाद
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