चीखती रही विवाहिता: 'बेटे' की चाहत ने ली इंसानियत की बलि, 60% झुलसी महिला की हालत नाजुक
मझोला, मुरादाबाद में बेटे को जन्म न देने पर ससुरालियों ने एक विवाहिता नीशू सक्सेना को जिंदा जला दिया। वह करीब 60 प्रतिशत झुलस गई और उसकी हालत गंभीर है ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मझोला क्षेत्र में बेटा नहीं होने पर ससुरालियों ने विवाहिता को जिंदा जला दिया। विवाहिता की आग की लपटों के बीच मदद की गुहार लगाते हुए घर से बाहर तक आ गई। आसपास के लोगों ने किसी तरह आग पर काबू पाया, लेकिन जब तक विवाहिता करीब 60 प्रतिशत झुलस गई।
आरोपित ससुराली विवाहिता को मौके पर छोड़ भाग गए। सूचना पर पहुंचे मायके वालों ने विवाहित को पाकबड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने शिकायती पत्र के आधार पर पति समेत छह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। संभल जिले के कुढ़फतेहगढ़ क्षेत्र के गांव बेरनी निवासी चंद्रपाल ने अपनी बेटी नीशू सक्सेना की 15 साल पहले आदर्श गली निवासी गौरव सक्सेना के साथ की थी।
वैवाहिक जीवन में महिला ने चार बेटियों को जन्म दिया। इस बीच एक बेटी की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई थी। बेटा नहीं होने के चलते ससुराल वाले आए दिन विवाहिता को प्रताड़ित करते थे। आरोप है कि रविवार को सुबह एक बार फिर पति पत्नी के बीच इसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। ससुरालियों ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर विवाहिता को आग लगा दी। इससे महिला आग की लपटों के बीच घिर गई।
विवाहिता मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई भी बचाने नहीं आया। इस बीच महिला घर से बाहर आ गई। आसपास के लोग एकत्र हो गए। उन्होंने आग पर काबू पाया। जब तक महिला बुरी तरह झुलस चुकी थी। पुलिस पहुंच गई। पुलिस के पहुंचने से पहले आराेपित भाग गए।मायके वालों को बुला लिया गया।
मायके वाले नीशू को निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार ने बताया कि शिकायती पत्र के आधार पर पति गौरव सक्सेना, सास रानी, ननद ऊषा, पूजा, चम्पा, अशोक को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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