जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मुख्य विकास अधिकारी सुमित यादव ने विकास भवन में विभागों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई अधिकारी गायब मिले। जिन पर वेतन रोकने की कार्रवाई करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
निरीक्षण में परियोजना निदेशक सतीश मिश्रा, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी एमपी सिंह, सहायक आयुक्त जितेंद्र पाल एवं सहायक निबंधक-सहकारिता एवं सुरेश चंद्र शर्मा, वैज्ञानिक अधिकारी समेत कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सीडीओ ने वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
मनरेगा कार्यालय में कार्यालय सहायकों द्वारा फरवरी माह की उपस्थिति पंजिका अभी तक नहीं बनाई गई। इस संबंध में उपायुक्त श्रम रोजगार से स्पष्टीकरण मांगा है। एपीओ कमलेश कुमार, सहायक लेखाकार सुरेंद्र दिवाकर का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के प्रधान लिपिक जगदीश व तकनीकी विशेषज्ञ गैर हाजिर मिले। परियोजना निदेशक को संबंधित कर्मचारियों का वेतन रोकने व स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए।
वेतन रोकने के साथ मांगा स्पष्टीकरण
लघु सिंचाई विभाग के पत्रवाहक महेश चंद्र शर्मा, इनका एक दिन का वेतन रोकने व स्पष्टीकरण, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के लिपिक जीशान, अर्पित कुमार व इसरार हुसैन इलाही गैर हाजिर मिले। इनका भी वेतन रोकने व स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए ये निर्देश
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, जिला उद्यान अधिकारी, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, दिव्यांगजन विभाग तथा पंचायत राज विभाग की अलमारियों पर पेंट, पत्रावलियों की निर्धारित प्रारूप वाली सूची, पत्रावलियों का सुव्यवस्थित ढंग से रखरखाव, कार्यालय सहायकों की नेम प्लेट नहीं मिली। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों का फरवरी माह का वेतन रोकने के निर्देश। जिला पंचायत राज अधिकारी को विकास भवन की साफ-सफाई रोस्टर बनाने के निर्देश दिए।
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