मुरादाबाद में निर्वाचन कर्मी ही करा रहे फर्जीवाड़ा, एक रुपये मूल्य की मतदाता सूचियां जनसेवा केंद्र पर 300 रुपये में बेची गईं
Moradabad Voter list Value Fraudulent त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान निर्वाचन कर्मियों से साठगांठ करके जनसेवा केंद्र का संचालक 300 रुपये में मतदाता सूचियां बेच रहा था। शिकायतों के संबंध में वीडियो वायरल होने पर एसडीएम बिलारी ने पुलिस के साथ छापा मार दिया।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Voter list Value Fraudulent : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान निर्वाचन कर्मियों से साठगांठ करके जनसेवा केंद्र का संचालक 300 रुपये में मतदाता सूचियां बेच रहा था। शिकायतों के संबंध में वीडियो वायरल होने पर एसडीएम बिलारी ने पुलिस के साथ छापा मार दिया। पुलिस ने संचालक काे गिरफ्तार करके उसका लैपटॉप और कंप्यूटर कब्जे में लेकर दुकान को सील कर दिया है। कार्रवाई से पहले ही उसका एक साथी वहां से फरार हो गया।
पूछताछ के दौरान पता लगा कि आरोपित का कमाई का धंधा निर्वाचन कर्मियों की मिलीभगत से चल रहा था। एसडीएम के आदेश पर आराेपित और उसके साथी के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने के लिए हाल में तैयार हुई मतदाता सूची लेने वालों की हर ब्लाक में भीड़ लगी है। नियम यह है कि एक रुपये प्रति कॉपी के हिसाब से धनराशि जमा करके मतदाता सूची ब्लाकों से दी जाएगी। लेकिन, कुंदरकी में ब्लाक के सामने जनसेवा केंद्र का संचालक सुनील कुमार लोगों से मोटी रकम लेकर मतदाता सूचियां बेच रहा था जबकि यह सरकारी संपत्ति है। इसे प्राइवेट दुकानदार बेच ही नहीं सकता है। कुंदरकी ब्लाक के आजमनगर चौपड़ा गांव निवासी प्रदीप त्यागी भारतीय किसान के मंडल उपाध्यक्ष हैं। वह भी अपने गांव से प्रधान पद पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। प्रदीप मतदाता सूची लेने के लिए ब्लाक खंड स्थित एडीओ पंचायत के कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अपने गांव की मतदाता सूची मांगी तो कह दिया गया कि सामने जनसेवा केंद्र पर मिल जाएगी। वह जनसेवा केंद्र पहुंचे, वहां मतदाता सूची मिल गई। उसने 32 पेज की मतदाता सूची के 300 रुपये लिए। प्रदीप ने ब्लाक में आकर इसकी शिकायत की। एसडीएम बिलारी के अलावा जिले के कई अफसरों को वाट्सएप पर शिकायत भेज दी। बताया कि कुंदरकी में मतदाता सूची का धंधा चल रहा है। इसमें सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं। इतना ही नहीं उनकी शिकायत की वीडियो भी वायरल हो गई। इसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया। उपजिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह ने पुलिस को साथ में लेकर ब्लाक कार्यालय के सामने जनसेवा केन्द्र पर छापा मार दिया। एसडीएम व थानाध्यक्ष ने छापेमारी कर वोटर लिस्ट सहित कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाईं। जांच में पता चला कि जनसेवा केंद्र का संचालन सुनील कुमार है। उसने बताया कि मुरादाबाद के व्यक्ति से 5000 रुपये में वोटर लिस्ट खरीदी है। वह प्रत्याशियों को 300 में उपलब्ध करा रहा था। कुंदरकी के थानाध्यक्ष संदीप कुमार ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। आरोपित के पास से लैपटॉप, कंप्यूटर , ज़ब्त कर दुकान सील कर दी गई। मामले में सरकारी अभिलेखों का दुरुपयोग करना, अभिलेखों के माध्यम से भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप में आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
कॉल डिटेल से खुले कई बड़े नाम
एसडीएम द्वारा छापेमारी की सूचना जनसेवा केंद्र संचालक को पहले से ही ज्ञात हो गई थी। एसओ संदीप कुमार ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जनसेवा संचालक की कॉल डिटेल खंगाली गई तो कुंदरकी ब्लाक के आला अफसरों सहित ब्लॉक के कर्मचारियों से उसकी बात होने की पुष्टि हुई है। कई कॉल तो छापामारी से कुछ देर पहले की हैं। सभी तथ्यों पर जांच जारी है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ब्लाक के अफसरों का मुंह लगा है सुनील
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी से मुताबिक सुनील कुमार विकास खंड कुंदरकी के स्टाफ के लोगों का मुंह लगा है। अफसर भी उससे ही ब्लाक का काम कराते हैं। इसलिए उसे मतदाता सूची की पीडीएफ मुहैया करा दी गई। लेकिन, अब भंडाफोड़ होने के बाद सबको पसीना छूट रहा है। कार्रवाई के डर से कोई मुंह खोलने काे तैयार नहीं है। लेकिन, जांच के दौरान निर्वाचन से जुड़े कई कर्मचारियों के नाम इस मामले में आने की संभावना है।
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