विंध्याचल नवरात्र मेला तंबाकू व धूम्रपान मुक्त घोषित, प्रयोग ही नहीं बेचने वालों पर भी कार्रवाई
शारदीय नवरात्र मेला के अवसर पर विंध्याचल को तंबाकू और धूम्रपान मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया है। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत यह घोषणा की।सिगरेट तंबाकू और अन्य धूम्रपान उत्पादों के प्रयोग और बिक्री करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोटपा अधिनियम 2003 का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : शारदीय नवरात्र मेला के अवसर पर विंध्याचल को तंबाकू और धूम्रपान मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया है। यह घोषणा जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार द्वारा राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत की गई। उन्होंने बताया कि इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य जन स्वास्थ्य को सुरक्षित रखना है।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सिगरेट, तंबाकू और अन्य धूम्रपान उत्पादों के प्रयोग और बिक्री करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम कोटपा अधिनियम 2003 के तहत उठाया गया है, जो सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन पर प्रतिबंध और उनके व्यापार, वाणिज्य, उत्पादन, प्रदाय और वितरण के विनियमों को निर्धारित करता है।
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विंध्याचल क्षेत्र में शारदीय नवरात्र मेला के दौरान तंबाकू और धूम्रपान मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस क्षेत्र में कोटपा अधिनियम 2003 का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस नियम का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें।
इस पहल का उद्देश्य न केवल मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की रक्षा करना है, बल्कि समाज में तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाना भी है। तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इसके सेवन से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि तंबाकू मुक्त वातावरण का निर्माण करने से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी सहायक होगा। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान में सहयोग करें और तंबाकू का सेवन न करें।
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इस दौरान, उन्होंने यह भी बताया कि मेले में तंबाकू और धूम्रपान मुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी जाएगी और उन्हें इसके सेवन से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह पहल केवल एक घोषणा नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया है। उन्होंने सभी से सहयोग की अपेक्षा की और कहा कि जब हम सभी मिलकर प्रयास करेंगे, तभी हम तंबाकू मुक्त समाज की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। विंध्याचल क्षेत्र में शारदीय नवरात्र मेला के दौरान तंबाकू और धूम्रपान मुक्त वातावरण का निर्माण एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी सहायक होगा।
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