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    घुटनों तक पानी में चले मेरठ के DM, राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने जलभराव को लेकर जताई थी नाराजगी

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 05:31 PM (IST)

    Meerut News मेरठ में लगातार बरसात के कारण सड़कों और अनेक इलाकों में जलभराव हो गया है। राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने इसे लेकर डीएम से नाराजगी जताई। जिसके बाद डीएम और नगर आयुक्त ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। बुढ़ाना गेट बच्चा पार्क और इंदिरा चौक जैसे इलाकों में दो फीट तक पानी भरा रहा।

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    बच्चा पार्क से हनुमान मंदिर वाले रास्ते में हुए जलभराव में खड़े डीएम और नगर आयुक्त। जागरण

    जागरण संवाददाता, मेरठ। बुधवार की सुबह से हो रही बरसात के कारण मेरठ शहर की अधिकांश मुख्य सड़कें, कालोनियों में जलभराव हो गया है। बुढ़ाना गेट के पास जलभराव को लेकर जब राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने डीएम को फोन करके नाराजगी जताई। इसके बाद डीएम डा. वीके सिंह व नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने बुढ़ाना गेट, बच्चा पार्क व इन्दिरा चौक क्षेत्र में दो फीट पानी में चलकर निरीक्षण किया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है।

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    लोगों ने की शिकायत

    उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों से बातचीत की। पार्षद कुलदीप वाल्मीकि और संदीप रेवड़ी ने क्षेत्र की पुलिया चोक होने और निकासी न होने की जानकारी दी। नगर आयुक्त ने तल्काल सीवर जेटिंग मशीन मगवाकर इस समस्या का समाधान कराया। नाले की सफाई कराने का भी भरोसा दिया।

    बरसात आते ही शहर में शुरू हो जाती है परेशानी

    बरसात का मौसम आते ही जलभराव के कारण शहर के लोग परेशान हो जाते हैं। कई इलाके ऐसे हैं जहां बरसात के तीन महीने गुजारना किसी यातना से कम नहीं है। पूर्वा अहिरान, घंटाघर के आसपास, मोहकमपुर बस्ती, खैरनगर, थापर नगर, मिशन कंपाउंड, पटेल नगर, डिफेंस कालोनी, माधवपुरम, स्पोर्ट्स कांपलेक्स, ऋषि नगर, सुंदरम कालोनी, लाल क्वार्टर, साकेत गोल मार्केट, ब्रहमपुरी, ईश्वरपुरी, मीनाक्षीपुरम के लोग बरसात में चैन से नहीं रह पाते हैं। 

    यह भी पढ़ें- मेरठ में झमाझम बरसात ने गर्मी से दी राहत, जलभराव ने बढ़ाई परेशानी, कई क्षेत्रों में बिजली गुल

    जरा सी बरसात से जलभराव हो जाता है। लोगों का कहना है कि ऐसे अधिकांश मुहल्ले नालों के आसपास बसे हैं। यहां जल निकासी के लिए नगर निगम, मेरठ विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद ने कभी गंभीरत से उपाय नहीं किए हैं। पूरे शहर का एक ड्रेनेज मास्टर प्लान बनाने को लेकर भी बड़ी-बड़ी बातें हुई थीं, लेकिन उस पर कोई काम नहीं हुआ।