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    तीन बच्चों की मौत के मामले में NHRC ने मांगा जवाब, दूसरी तरफ मेरठ पुलिस की लचर कार्रवाई, आरोपित बिल्डर को मिली जमानत

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 03:04 PM (IST)

    Meerut News मेरठ के सिवालखास में अनम गार्डन कॉलोनी में तीन बच्चों की मौत के मामले में ग्रामीणों ने बिल्डर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने घटना पर संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव और डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। उधर आरोपित बिल्डर को जमानती धाराओं में गिरफ्तार किया गया। उसे कोर्ट ने रिहा कर दिया है।

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    पुलिस की लचर कार्रवाई से तीन बच्चों की मौत पर बिल्डर को मिली जमानत

    जागरण संवाददाता, मेरठ। सिवालखास की निर्माणाधीन अनम गार्डन कालोनी फेस-तीन में तीन बच्चों की मौत के मामले में बिल्डर असलम पर ढीली कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा है। उनका आरोप है कि गंभीर मामले में असलम को बचाने की कवायद की गई है। जमानती धाराओं में कार्रवाई होने पर असलम को कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया। उधर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने तीन बच्चों की मौत को गंभीर मामला मानते हुए मुख्य सचिव और डीजीपी से दो सप्ताह में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है।

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    आयोग ने पूछा है कि कालोनी में बिल्डर ने गड्ढा खोदकर छोड़ दिया, क्या उसकी वजह से बच्चों की मौत हुई है? सिवालखास के वार्ड नंबर एक निवासी हिम्मत सिंह के आठ वर्षीय बेटे ऋतिक और पड़ोसी जितेंद्र की नौ वर्षीय बेटी मानवी उसके भाई मोनू का आठ वर्षीय बेटा शिवांस उर्फ शिबू रविवार सुबह 10 बजे घर से चाकलेट लेने गए थे। उसके बाद तीनों बच्चों का कुछ पता नहीं चल पाया। बच्चों को ढूंढने के लिए कस्बे में अभियान चलाया गया। करीब 20 घंटे बाद सोमवार सुबह छह बजे तीनों बच्चों के शव कस्बे के बाहरी छोर स्थित अनम गार्डन कालोनी के पानी भरे गड्ढे में मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मानवी की गला दबाकर हत्या की बात आई, जबकि ऋतिक और शिवांश की पानी में डूबने से मौत होना आया।

    पुलिस ने अज्ञात में दर्ज किया हत्या का मुकदमा

    पुलिस ने अज्ञात में हत्या का मुकदमा दर्ज किया। अभी तक पुलिस को कोई ऐसा साक्ष्य नहीं मिल पाया हैं, जिससे पुलिस उक्त घटना को हत्या की तरफ ले जाए। इसी के चलते पुलिस ने दूसरा मुकदमा कालोनी काट रहे बिल्डर असलम निवासी मुरादनगर जिला गाजियाबाद के खिलाफ दर्ज किया। आरोप लगाया कि कालोनी से मिट्टी चोरी करने की वजह से गड्ढा होने पर हादसा हुआ।

    पुलिस ने जमानती धाराओं में बिल्डर को किया गिरफ्तार

    पुलिस ने जमानती धाराओं में बिल्डर असलम को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।

    यह भी पढ़ें- Meerut: तीन मासूमों की मौत के मामले में बिल्डर असलम खान के खिलाफ मुकदमा, लेकिन क्यों चुप है जिला पंचायत प्रशासन

    दैनिक जागरण की खबर का आयोग ने लिया संज्ञान

    राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के उप निदेशक जैमिनी कुमार श्रीवास्तव ने तीन बच्चों की मौत पर दैनिक जागरण की खबर पर संज्ञान लेकर मुख्य सचिव और डीजीपी से पूरे घटनाक्रम पर रिपोर्ट मांगी है। एएसपी देहात डा. राकेश मिश्रा ने बताया कि पुलिस की टीमें तीनों बच्चों की मौत पर काम कर रही हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट के साथ मौके से वीडियो व फोटो लैब भेजे हैं। हालांकि अभी तक पुलिस को ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला हैं, जिससे तीनों बच्चों की मौत के मुकदमे को हत्या की तरफ ले जाया जा सके।