Meerut: तीन मासूमों की मौत के मामले में बिल्डर असलम खान के खिलाफ मुकदमा, लेकिन क्यों चुप है जिला पंचायत प्रशासन
Meerut News मेरठ के सिवालखास में एक निर्माणाधीन कालोनी में तीन बच्चों की मौत के बाद बिल्डर असलम खान के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है। जिला पंचायत की निष्क्रियता सवालों के घेरे में है क्योंकि बिल्डर ने बिना अनुमति के कालोनी का निर्माण किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मानवी की गला दबाकर और ऋतिक व शिवांश की पानी में डूबने से मौत होना आया है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। सिवालखास में सोमवार को निर्माणाधीन अनम गार्डन कालोनी फेस-तीन में तीन बच्चों की मौत के मामले में चार दिन बाद बिल्डर असलम खान के खिलाफ लापरवाही से मिट्टी खोदाई करने और हादसे का मुकदमा दर्ज किया। हादसे के बाद से ही बिल्डर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
जिला पंचायत की तरफ से अभी तक बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गईं, जबकि बिल्डर खुद कबूल कर चुका है कि जिला पंचायत में सेटिंग कर वह अवैध कालोनी बना रहा था। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एक बच्ची के गर्दन की हड्डी टूटने के मामले ने पूरे घटनाक्रम को उलझा दिया है। अभी तक पुलिस हत्या का कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई है।
सोमवार सुबह मिले थे तीनों बच्चों के शव
सिवालखास के वार्ड नंबर एक निवासी हिम्मत सिंह के आठ वर्षीय बेटे ऋतिक और पड़ोसी जितेंद्र की नौ वर्षीय बेटी मानवी उसके भाई मोनू का आठ वर्षीय बेटा शिवांश उर्फ शिबू रविवार सुबह 10 बजे घर से चाकलेट लेने गए थे। उसके बाद तीनों बच्चों का कुछ पता नहीं चल पाया। बच्चों को ढूंढने के लिए 18 घंटे तक कस्बे में अभियान चलाया गया। करीब 20 घंटे बाद सोमवार सुबह छह बजे तीनों बच्चों के शव कस्बे के बाहरी छोर स्थित अनम गार्डन कालोनी के पानी भरे गड्ढे में मिले।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मानवी की गला दबाकर हत्या आई है और ऋतिक और शिवांस की पानी में डूबने से मौत होना आया है। पुलिस ने अपहरण के मुकदमे को हत्या में तरमीम कर अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया है। पुलिस की चार टीमें लगाने के बाद अभी तक ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला हैं, जिसके आधार पर पुलिस बच्चों की मौत को हत्या बताकर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर पाए।
इसी के चलते पुलिस ने अब कालोनी काट रहे बिल्डर असलम निवासी मुरादनगर जिला गाजियाबाद के खिलाफ जानी खुर्द थाने में कालोनी से मिट्टी चोरी करने और हादसे का जिम्मेदार बताते हुए मुकदमा दर्ज किया है।
एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस हत्या के मुकदमे की गहनता से विवेचना कर रही है।
यह भी पढ़ें- मेरठ में तीन बच्चों की मौत हत्या है या हादसा... अभी तक तय नहीं, पानी से भरे गड्ढे में मिले थे तीनों के शव
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर डाक्टरों के पैनल से लेंगे सलाह
एक बच्ची के गले की हड्डी टूटने से मौत और दो बच्चों के डूबने से मौत होना पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया है। पुलिस को अभी तक घटना से ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला हैं, जिसके आधार पर इस घटना को हत्या बताया जा सकें। इसलिए पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर डाक्टरों के पैनल के साथ विचार विमर्श करेंगी। पता चलाया जाएंगा कि इस तरह गल्ले की हड्डी किस किस हालात में टूट सकती है। यानि तीनों बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सीनियर डाक्टरों की सलाह भी ली जाएगी।
गैर इरादतन हत्या का मुकदमा बनता है बिल्डर पर
वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल बख्शी ने बताया कि तीन बच्चों की मौत के मामले में बिल्डर ने बिना अनुमति के कालोनी तैयार की। उसके बाद मिट्टी चोरी कर गड्ढे बना दिए गए, जबकि बिल्डर को जानकारी थी कि गड्ढों में वर्षा का पानी भर जाएगा। उसके बाद भी कालोनी में प्रवेश पर रोक नहीं लगाई गई। ऐसे में बिल्डर असलम खान के खिलाफ गैरइरदातन हत्या का मुकदमा बनता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।