मेरठ में तीन बच्चों की मौत हत्या है या हादसा... अभी तक तय नहीं, पानी से भरे गड्ढे में मिले थे तीनों के शव
Meerut News मेरठ के सिवालखास में तीन बच्चों की संदिग्ध मौत का मामला उलझता जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मानवी की गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है जबकि दो बच्चों की डूबने से मौत बताई गई है। पुलिस घटनास्थल से मिले सबूतों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज रही है। सीसीटीवी फुटेज में बच्चे कालोनी में प्रवेश करते दिखे थे।

जागरण संवाददाता, मेरठ। सिवालखास में सोमवार को निर्माणाधीन अनम गार्डन कालोनी फेस-तीन में तीन बच्चों के शव मिले थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद भी पुलिस की विवेचना हत्या और हादसे में उलझी है। अधिकारियों के अनुसार, घटनास्थल से मिले साक्ष्य लैब में भेजे जाएंगे... उसके बाद ही हत्या या हादसे से पर्दा उठ सकेगा।
सोमवार सुबह मिले थे शव
सिवालखास के वार्ड नंबर एक निवासी हिम्मत सिंह का आठ वर्षीय बेटे ऋतिक, पड़ोसी जितेंद्र की नौ वर्षीय बेटी मानवी व उसके भाई मोनू का आठ वर्षीय बेटा शिवांस उर्फ शिबू रविवार सुबह करीब 10 बजे घर से चाकलेट लेने गए थे। इसके बाद तीनों बच्चे लापता हो गए थे। करीब 20 घंटे सर्च अभियान के बाद सोमवार सुबह छह बजे तीनों के शव कस्बे के बाहरी छोर स्थित अनम गार्डन कालोनी में एक पानी से भरे गड्ढे में मिले थे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, मानवी की गला दबाकर हत्या की गई, जबकि ऋतिक और शिवांस की मौत पानी में डूबने से हुई। पुलिस ने अपहरण के मुकदमे को हत्या में तरमीम कर कालोनी काट रहे बिल्डर असलम निवासी मुरादनगर को हिरासत में ले लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एडीजी भानु भास्कर, डीआइजी कलानिधि नैथानी, एसएसपी डा. विपिन ताडा, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह, एएसपी अंतरिक्ष जैन, एसपी देहात राकेश मिश्रा और एसपी क्राइम अवनीश कुमार पुलिस बल के साथ सिवालखास पहुंचे थे।
पूरे कस्बे के सीसीटीवी की फुटेज खंगाली
क्राइमसीन को लेकर सभी ने रिसर्च किया। उसके बाद एसपी क्राइम और एसपी देहात की टीम को संयुक्त रूप से घटना में लगाया गया। पूरे कस्बे के सीसीटीवी की फुटेज खंगाली गई। इसमें सामने आया कि बच्चे रविवार सुबह 10:48 बजे कालोनी के अंदर प्रवेश करते दिखाई दे रहे हैं। उसके बाद कालोनी से बाहर नहीं निकले। उस समय कालोनी के अंदर भी अन्य कोई जाता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि क्राइमसीन से लेकर अन्य सभी साक्ष्य को एकत्र कर फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने के बाद जांच आगे बढ़ेगी।
गड्ढे से मिली ऋतिक की शर्ट पर ग्रामीण कर रहे सवाल
बुधवार को कालोनी में बने गड्ढे का पानी निकाल दिया है। गड्ढे के अंदर से ऋतिक की शर्ट बरामद हुई है। ग्रामीण सवाल कर रहे है कि एक ही बच्चे की शर्ट क्यों निकली है? एक ही बच्ची की गला दबाकर हत्या क्यों की गई? दोनों बच्चों की डूबने से मौत हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त बच्चों को किसी ने डूबा कर हत्या की गई है।
तीनों बच्चों के स्वजन का आरोप है कि पुलिस की इतनी टीम लगाने के बाद भी बच्चों की हत्या करने वाले को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। एसपी देहात राकेश मिश्रा का कहना है कि पुलिस हर तथ्य पर गहनता से जांच कर रही है। वहां से हर रोज गुजरने वाले लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे है। उक्त रास्ते में पड़ने वाली दुकानों के दुकानदारों से भी जानकारी ली जा रही है।
मानवी के गले पर कोई निशान नहीं, अंदर से गर्दन की हड्डी टूटी
नौ साल की मानवी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया है। मानवी के गले पर कोई निशान रिपोर्ट में नहीं दिखाया गया। लेकिन उसके गले की हड्डी टूटी हुई दर्शाई गई है। उसे लेकर ही माना जा रहा है कि हत्या कर मानवी को पानी में फेंका गया, जबकि ऋतिक और शिबू की मौत पानी में डूबने से हुई है। परिवार के लोग उन्हें डूबा कर मारने का आरोप लगा रहे है, जबकि पुलिस को अभी तक ऐसा कोई क्लू नहीं मिला है, जिससे उक्त तथ्य को साबित किया जा सकें।
पुलिस दावा कर रही है कि सीसीटीवी में बच्चे पानी में खेलते दिखाई दे रहे है। वहीं कालोनी में काम करने वाले मजदूरों से भी पुलिस ने पूछताछ की। उन्होंने बताया कि अक्सर बच्चे कालोनी में आकर खेलते है। रविवार की घटना के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की है।
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उधर, एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि क्राइमसीन से लेकर अन्य सभी साक्ष्य को एकत्र कर फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने के बाद जांच आगे बढ़ेगी।
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