Meerut: लोको पायलट का बेटा टिकट कलेक्टर की परीक्षा में हुआ फेल, स्टेशन पर देने लगा 'ड्यूटी', वसूली करता दबोचा
Meerut News मेरठ में रेलवे स्टेशन पर एक फर्जी टिकट कलेक्टर को वेंडरों और यात्रियों से वसूली करते हुए पकड़ा गया। राजस्थान के जयपुर का रहने वाला मुकेश चौधरी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और टिकट चेकिंग के नाम पर लोगों से पैसे वसूल रहा था। मुख्य टिकट निरीक्षक ने उसे रंगे हाथों पकड़ा।

जागरण संवाददाता, मेरठ। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर फर्जी टिकट कलेक्टर बनकर वेंडर्स से वसूली करने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उसके पिता भी रेलवे विभाग में लोको पायलट रह चुके हैं। पिछले कई दिनों से टिकट कलेक्टर बनकर यात्रियों से भी वसूली कर रहा था। आरोपित के कब्जे से वसूली की रकम बरामद कर मुख्य टिकट निरीक्षक की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया।
वेंडर्स को टिकट कलेक्टर बताकर कर रहा था वसूली
राजस्थान के जयपुर स्थित थाना जोबनेर के काबरी डूंगरी गांव निवासी 38 वर्षीय मुकेश चौधरी पुत्र राम गोपाल पिछले कई दिनों से रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर वेंडर्स को टिकट कलेक्टर बताकर वसूली कर रहा था। पिता राम गोपाल भी रेलवे विभाग में लोको पायलट थे।
वेंडर अनेक चौहान और प्रवीण ने बताया कि मुकेश चौधरी सभी वेंडर्स के मेडिकल चेक कर रहा था। स्वास्थ्य प्रमाण पत्र नहीं होने वाले वेंडर्स से रकम वसूली करता था। स्वास्थ्य प्रमाण पत्र नहीं होने पर अनेक चौहान से 800 और प्रवीण से 1500 रुपये की वसूली कर चुका था। साथ ही ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों से भी टिकट मांग रहा था। टिकट नहीं होने वाले यात्रियों को साइड में ले जाकर वसूली कर लेता था।
इसी बीच मुख्य टिकट निरीक्षक दयाचंद को मामले की जानकारी मिली। वह तत्काल ही प्लेटफार्म पर पहुंचे। उन्होंने मुकेश चौधरी को प्लेटफार्म नंबर दो से पकड़ लिया। उसके बाद जीआरपी को मामले की सूचना दी गई। इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि मुकेश चौधरी को थाने लाकर पूछताछ की गई। शुरू में वह खुद को टिकट कलेक्टर बताता रहा।
उससे नियुक्ति के बारे में जानकारी ली गई, जो नहीं दे पाया। साथ ही विभागीय पहचान पत्र भी मुकेश के पास नहीं मिला। पूछताछ में जानकारी मिली कि मुकेश ट्रेनों में सवार होकर भी टिकट चेक कर चुका है। मुख्य टिकट निरीक्षक की तरफ से मुकेश चौधरी के खिलाफ जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोपित को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
दिल्ली और मुरादाबाद में भी कर चुका वसूली
मुकेश चौधरी पिछले काफी दिनों से दिल्ली, मुरादाबाद और बरेली के रेलवे प्लेटफार्म पर भी फर्जी टिकट कलेक्टर बनकर वेंडर्स और यात्रियों से वसूली कर चुका है। वहां पर पकड़े जाने के डर से मेरठ में आया हुआ था। उसके बाद सहारनपुर में टिकट चेक करने का निर्णय लिया था।
पिता लोको पायलट था इसलिए रेलवे के बारे में थी जानकारी
मुकेश चौधरी के पिता राम गोपाल रेलवे में लोको पायलट की नौकरी करते थे। इसलिए मुकेश चौधरी को रेलवे के बारे में सभी जानकारी थी। पिता की मौत के बाद वह कई बार टिकट कलेक्टर की परीक्षा भी दे चुका है। परीक्षा में फेल होने के बाद फर्जी टिकट कलेक्टर बनकर वसूली करने लगा था। कई ट्रेनों के चालक से मुकेश चौधरी की दाेस्ती भी थी। रेलवे के प्रत्येक विभाग से वाकिफ होने की वजह से टिकट कलेक्टर की तरह ही यात्रियों और वेंडर से बातचीत करता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।