दो हिस्सों में बंट जाएगा मेरठ का भैंसाली बस अड्डा, जाम से मिलेगी मुक्ति, जमीन अधिग्रहण की अंतिम बाधा हुई दूर
मेरठ का भैंसाली बस अड्डा अब शहर के बाहर स्थानांतरित होगा जिससे शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी। जिलाधिकारी ने भूडबराल और मोदीपुरम में भूमि अधिग्रहण की अंतिम घोषणा कर दी है। प्रभावित परिवारों को मुआवजा और आर्थिक सहायता दी जाएगी। जल्द ही जमीन एनसीआरटीसी को सौंप दी जाएगी जिससे बस अड्डों का निर्माण हो सकेगा और शहरवासियों को जाम से राहत मिलेगी।

जागरण संवाददाता, मेरठ। रोडवेज का भैंसाली बस अड्डा अब जल्द शहर के बाहर स्थानांतरित हो जाएगा। इसी के साथ इस बस अड्डे में रोजाना आने वाली विभिन्न प्रदेशों की 400 से ज्यादा बसों का शहर में प्रवेश से भी निजात मिल जाएगी। शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी। भैंसाली बस अड्डे को स्थानांतरित करने के लिए भूडबराल और मोदीपुरम में जमीन अधिग्रहण की अंतिम घोषणा गुरुवार को जिलाधिकारी ने कर दी।
दोनों बस अड्डों के लिए 39,930 वर्ग मीटर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। अब 30 दिन बाद भूमि के मालिकों खातों में अवार्ड (मुआवजा) की राशि भेज दी जाएगी। इसके साथ पुनर्वास नीति के तहत भी कुल 79 परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। जल्द इस जमीन पर कब्जा प्राप्त करके इसे जिला प्रशासन एनसीआरटीसी को बस अड्डों के निर्माण के लिए सौंप देगा।
मेरठ शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए दिल्ली रोड स्थित भैंसाली बस अड्डे को दो हिस्सों में बांटकर शहर के बाहर स्थानांतरित किया जा रहा है। इस बस अड्डे में रोजाना चार सौ से ज्यादा बसें विभिन्न राज्यों और अन्य जनपदों से आती हैं। एनसीआरटीसी के माध्यम से भूडबराल और मोदीपुरम में बस अड्डों का निर्माण कराया जाएगा।
इनके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पिछले एक साल से जारी थी। जिला प्रशासन द्वारा इस प्रक्रिया को गुरुवार को पूरा कर लिया गया। दोनों बस अड्डों के लिए चार गांवों की कुल 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। भूड बराल बस अड्डे के लिए 28,082 वर्ग मीटर और मोदीपुरम बस अड्डे के लिए 11,848 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। अधिग्रहण की अंतिम घोषणा जिलाधिकारी डा. वी के सिंह ने गुरुवार को जारी कर दी।
दोनों बस अड्डों के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान भूमि प्रदान करने वाले प्रभावित परिवारों को पुनर्वास नीति के तहत आर्थिक सहायता भी दी जानी है। भूडबराल बस अड्डे की जमीन में 31 तथा मोदीपुरम बस अड्डे की जमीन में 48 परिवार प्रभावित हो रहे हैं। सभी को 5.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए कमिश्नर डा. ह्रषिकेश भास्कर यशोद द्वारा अनुमति भी दे दी गई है।
30 दिन बाद ट्रांसफर होगी मुआवजा राशि
बस अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण की अंतिम घोषणा के बाद 30 दिन का समय आपत्ति के लिए रखा गया है। 30 दिन बाद भूमि मालिकों को मुआवजा राशि का भुगतान सीधे उनके खातों में कर दिया जाएगा। इसी के साथ जमीन पर कब्जा लेकर उसे बस अड्डों के निर्माण के लिए एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) को सौंप दिया जाएगा।
जिलाधिकारी डा. वीके सिंह ने कहा कि दोनों बस अड्डों का जल्द से जल्द निर्माण कराकर शहर को जाम से मुक्ति दिलाई जाएगी। जनता को शहर के बाहर बस अड्डों की सुविधा मिलेगी। भूमि अधिग्रहण की अंतिम घोषणा कर दी गई है। जल्द एनसीआरटीसी को भूमि सौंपी जाएगी।
इन गांवों की भूमि का अधिग्रहण
भूडबराल
सिवाया
पल्हैड़ा
दुल्हैड़ा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।