सौरभ का सिर काटकर तंत्र क्रिया के लिए ले गया था साहिल, हत्या वाली रात बिल्ली को... सामने आई चौंकाने वाली बात
Meerut News मेरठ में तीन मार्च की रात मुस्कान ने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर उसका शव चार टुकड़ों में कर ड्रम में डाला और सीमेंट से सील कर दिया। मुस्कान ने जब यह बात अपनी मां को बताई तो उसने उसे पुलिस के हवाले कर दिया और पुलिस ने वह ड्रम बरामद कर लिया जिसमें सौरभ के शव के टुकड़े थे।

जागरण संवाददाता, मेरठ। सौरभ हत्याकांड (Saurabh Murder Case) के तार तांत्रिक क्रिया से जुड़ते नजर आ रहे हैं। कमरे के दीवारों पर डरावने और अबूझ चित्र, ड्रैगन का रेखा चित्र और साहिल के पहनावे व हुलिया से साफ हो गया कि उसने प्रेमिका मुस्कान को काले जादू की गिरफ्त में ले रखा था। तीन मार्च की रात सौरभ की हत्या के बाद उसका कटा सिर लेकर मुस्कान के साथ साहिल अपने कमरे में पहुंचा। तंत्र क्रिया पूरी करने के बाद सुबह कटा सिर लेकर फिर दोनों मुस्कान के घर लौट गए।
मुस्कान की मां कविता रस्तोगी और पिता प्रमोद रस्तोगी ने भी साफ कर दिया कि अंधविश्वास से ही मुस्कान को साहिल ने अपने कब्जे में किया हुआ था। उधर, पुलिस ने मुस्कान और साहिल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के साथ ही उनका मोबाइल डाटा रिकवरी के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया है।
तीन मार्च की रात मुस्कान ने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर उसका शव चार टुकड़ों में कर ड्रम में डाला और सीमेंट से सील कर दिया। मुस्कान ने जब यह बात अपनी मां को बताई तो उसने उसे पुलिस के हवाले कर दिया और पुलिस ने वह ड्रम बरामद कर लिया जिसमें सौरभ के शव के टुकड़े थे। मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने कहा कि ऐसी बेटी समाज में रहने योग्य नहीं है। उसे फांसी पर लटकाना चाहिए। पुलिस पूरे मामले की तह तक जांच करे, ताकि हमारे दामाद सौरभ के हत्यारों को सजा मिले और उसकी आत्मा को शांति प्राप्त हो।
जेल अधीक्षक ने बताया कि मुस्कान और साहिल को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। रात को मुस्कान ने खाना नहीं खाया और करवट बदलती रही। सुबह बंदी रक्षक से बेटी से मिलाने की गुहार लगाई।
नानी के साथ अकेला रहता है साहिल
साहिल के कमरे में भगवान शंकर के चित्र के अलावा कई अन्य डरवाने चित्र भी बनाए गए हैं। साहिल ने एक बिल्ली भी पाल रखी है। रूम में बीयर की खाली बोतलें मिलीं। आसपास के लोगों का कहना है कि सिर्फ बिल्ली को खाना खिलाने के लिए साहिल बाहर निकलता था। उसके कमरे की लाइट रोजाना बंद रहती थी।
तीन मार्च की रात सुबह तक लाइट जलती रही। बिल्ली की आवाज से ही आसपास के लोग छत पर चढ़कर देखने लगे थे। मुस्कान का परिवार भी अब साहिल के अंधविश्वास के पर्दाफाश को सामने आ गया है। उनका आरोप है कि साहिल की तंत्र क्रिया मुस्कान के दिमाग पर ऐसे हावी हुई कि वो अपनी छह साल की बेटी पीहू को भी दूर करने लगी। साहिल ने मुस्कान को पूरी तरह नशेड़ी और अंधविश्वासी बना दिया था।
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