मेरठ में आठवीं कक्षा की छात्रा ने लगाई फांसी, शव के लिए मां-बाप में हाथापाई
सूचना पर मोहल्ले के लोग एकत्र हो गए मेडिकल पुलिस मौके पर पहुंच गई, शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवाया गया।
मेरठ (जेएनएन)। मेडिकल थाना क्षेत्र के ए ब्लॉक शास्त्रीनगर में सोमवार को आठवीं की छात्र ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पिता उसे घर में बंद करके हरिद्वार जल लेने के लिए गए थे। पोस्टमार्टम हाउस पर शव लेने के लिए छात्रा के माता और पिता पक्ष के बीच भिड़ंत हुई।
शास्त्रीनगर ए ब्लॉक में रहने वाले दमन सिंह फोटोस्टेट की दुकान चलाते हैं। दमन सिंह की पत्नी करीब सात-आठ साल पहले घर छोड़कर चली गई। इसके बाद से घर पर वे और उनकी बेटी राधिका रह गए थे। 13 वर्षीय राधिका आठवीं कक्षा की छात्रा थी। राधिका के पिता जब कहीं बाहर जाते तो वे बेटी के अकेली होने के कारण वे मकान का ताला लगाकर चले जाते थे। रविवार को वे जल लेने के लिए हरिद्वार गए थे।
छात्रा के पिता मकान का ताला लगाकर चाभी अपने दोस्त कमल को दे गए थे। कमल से कह दिया कि सोमवार सुबह को ताला खोलकर बेटी को नाश्ता करा देना। कमल अपने बेटे के साथ मकान पर पहुंचे तो ताला खोलते ही उनकी चीख निकल गई। राधिका फांसी के फंदे पर झूल रही थी। सूचना पर मोहल्ले के लोग एकत्र हो गए। मेडिकल पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवाया गया।
छात्रा की मां मधु अलग होकर जाग्रति विहार में रहती है। राधिका की मौत की सूचना पर वो भी लोगों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच गए। हरिद्वार से छात्रा के पिता भी वापस आ गए। राधिका की मां ने पिता पर छात्रा को बंद करके रखने और हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। उसने कहा कि शव का अंतिम संस्कार वही करेगी। इसको लेकर दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई।
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छात्रा के पिता ने कहा कि वे शव उसको नहीं देंगे जो बचपन में ही उसको छोड़कर कहीं और चली गई। इसके बाद वहां मारपीट की नौबत तक आ गई। मेडिकल पुलिस ने दोनों पक्षों से मिलकर अंतिम संस्कार करने की बात कही। जिसके बाद छात्रा का सूरजकुंड पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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