मऊ में महिला सिपाही ने बालों में लगाने वाला सुपर वासमोल पी लिया, अस्पताल में भर्ती
मऊ जिले में तैनात आरक्षी सुमन चौधरी ने संदिग्ध परिस्थितियों में बालों में लगाने वाला केमिकल पी लिया जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पारिवारिक विवाद के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। एसपी इलामारन ने बताया कि सुमन उनसे मिलने आई थीं। अस्पताल में ठीक होने के बाद उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

जागरण संवाददाता, मऊ। जिले में गुरुवार को आरक्षी सुमन चौधरी ने एसपी से मुलाकात के लिए पहुंचने के दौरान संदिग्धावस्था में बालों में लगाने वाले केमिकल का सेवन कर लिया। इसके बाद आनन फानन अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रामपुर थाने में तैनात आरक्षी सुमन चौधरी ने गुरुवार को संदिग्धावस्था में दोपहर के समय बालों में लगाने वाला सुपर वासमोल पी लिया। इस घटना के बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी, जिसके चलते उनके सहयोगियों ने उन्हें तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में कुछ समय बाद उनकी स्थिति में सुधार हुआ तो उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
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जिला पुलिस अधीक्षक इलामारन ने बताया कि आरक्षी सुमन चौधरी गुरुवार को उनसे मिलने आई थीं, लेकिन वे पहले ही जा चुके थे। इस दौरान यह जानकारी मिली कि उन्होंने सुपर वासमोल का सेवन किया है। जब उनकी हालत गंभीर हुई, तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में ठीक होने के बाद महिला आरक्षी से बातचीत की गई, लेकिन उन्होंने इस मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सुमन चौधरी का पारिवारिक विवाद चल रहा था, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। इस घटना ने उनके सहयोगियों को चिंतित कर दिया और उन्होंने उनकी मदद के लिए तत्परता दिखाई। फिलहाल, सुमन चौधरी अब स्वस्थ हैं और उनकी स्थिति में सुधार हो चुका है।
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इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक विवादों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर कितना गहरा हो सकता है। इस प्रकार की घटनाएं समाज में बढ़ते तनाव और पारिवारिक समस्याओं की ओर इशारा करती हैं। पुलिस विभाग ने इस मामले में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया है, ताकि ऐसे मामलों में समय रहते मदद की जा सके।
सुमन चौधरी की स्थिति में सुधार के बाद, उनके सहयोगियों ने उन्हें ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है। वहीं यह घटना न केवल पुलिस विभाग के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश है कि मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और पारिवारिक विवादों का समाधान समय पर किया जाना चाहिए। इस प्रकार, आरक्षी सुमन चौधरी की यह घटना एक चेतावनी है कि हमें अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए और किसी भी प्रकार के तनाव को साझा करने में संकोच नहीं करना चाहिए।
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