सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले चार आरोपियों पर गैंगस्टर का मुकदमा, एग्जाम पास कराने की देते थे गारंटी
मऊ में सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली करने वाले गिरोह के चार सदस्यों पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया है। रामपुर थानांतर्गत उसरी सरधा निवासी अभिषेक यादव की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के कारनामों का खुलासा हुआ। विद्यासागर राजभर सुशील कुमार गौतम और राजेश कुमार मंडल भी इस गिरोह में शामिल हैं। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

संवाद सूत्र, मधुबन (मऊ)। सिपाही भर्ती परीक्षा के साथ ही अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पैसा लेकर कूटरचित तरीके से पास कराने का ठेका लेने वाले गिरोह के चार सदस्यों पर कार्रवाई हुई है। पुलिस ने इन पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया है। इसमें रामपुर थानांतर्गत उसरी सरधा निवासी अभिषेक यादव की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के क्रियाकलापों का खुलासा हुआ था।
क्षेत्र के रामपुर थानांतर्गत उसरी सरधा निवासी अभिषेक यादव बलिया जनपद के गड़वार थाना क्षेत्र के सिकरिया निवासी विद्यासागर राजभर, सुशील कुमार गौतम तथा बिहार के मुंगेर निवासी राजेश कुमार मंडल के विरुद्ध प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार त्रिपाठी ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कराया।
17 फरवरी को मुकदमा दर्ज हुआ था
17 फरवरी 2024 को क्षेत्र के शहीद अक्षयबर मल्ल महिला महाविद्यालय पर होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में बायोमैट्रिक जांच में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ था। तब प्राचार्य द्वारा रामपुर थानांतर्गत उसरी सरधा निवासी अभिषेक यादव के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था।
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पूछताछ में हुआ था खुलासा
इसमें अभिषेक यादव से पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह का मुख्य सरगना बलिया जनपद के गड़वार थाना क्षेत्र के सिकरिया निवासी विद्यासागर राजभर है। यह सिपाही भर्ती परीक्षा के साथ ही अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराकर नौकरी दिलाने का ठेका लेता है और इसके गिरोह में इसी के गांव के सुशील कुमार गौतम तथा बिहार प्रदेश के मुंगेर निवासी राजेश कुमार मंडल भी शामिल हैं।
इसी बीच मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के कुतुबपुर निवासी सुरेश चौहान ने पुलिस को अवगत कराया कि बीते साल 2024 में 25 जुलाई को विद्यासागर ने उसके लड़के से मिलकर कहा कि 6.50 लाख में वह अगस्त माह में होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में पास करा देगा।
सरगना विद्यासागर ने 10 हजार रुपये किए थे वापस
साथ ही 1.50 लाख एडवांस और बाकी पैसा परीक्षा पास कराने के बाद लेगा और उसके पुत्र से 18 हजार रुपये उसने ले भी लिया, लेकिन जब उसके पुत्र को पता चला कि इसके विरुद्ध पूर्व में मुकदमा दर्ज है तो उसने पैसा वापस मांगना शुरू कर दिया। इस पर विद्यासागर ने 10 हजार रुपये उसके पुत्र को वापस कर दिया। एसएचओ ने बताया कि आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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