Banke Bihari Temple Corridor: यमुना खादर में उड़ी हजारों घरों की नींद! कॉलोनियों के ध्वस्तीकरण की चिंता
Banke Bihari Temple Corridor वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर गलियारे के निर्माण से यमुना खादर में बसे निवासियों में डर का माहौल है। अवैध कॉलोनियों के ध्वस्तीकरण और रिवर फ्रंट विकास की योजना से हजारों लोग प्रभावित होंगे। निवासियों को चिंता है कि उनके मकान और दुकानें तोड़े जा सकते हैं। वे सरकार से उचित मुआवजे या आवास की मांग कर रहे हैं।

संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर का गलियारा बनने पर न केवल आसपास के भवन और प्रतिष्ठान इसकी जद में आएंगे बल्कि आसपास में यमुना खादर की भूमि भी होगी। खादर में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से कॉलोनियां बस गई हैं। ऐसे में हजारों कॉलोनीवासियों की नींद उड़ गई है।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर गलियारा का रास्ता अब साफ हो चुका है। मंदिर के सेवायत भले ही मामले को सुप्रीम कोर्ट में दोबारा ले जाने की तैयारी कर रहे हैं, क्षेत्रीय लोगों में अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गलियारा को लेकर विरोध के स्वर ठंडे होते जा रहे हैं। ऐसे में गलियारा क्षेत्र के प्रभावित लोगों की नींद उड़ गई है कि उनके मकान व दुकानों पर कभी भी ध्वस्तीकरण का डंडा चलने लगेगा।
एक दर्जन कॉलोनियों का होगा ध्वस्तीकरण
दरअसल, गलियारा बनने के बाद साथ बाराहघाट से लेकर कुंभ क्षेत्र तक यमुना किनारे बसी कॉलोनियों को ध्वस्त कर यहां रिवर फ्रंट बनेगा। इसके साथ ही यमुना पार से जुगलघाट तक यमुना नदी पर सिग्नेचर ब्रिज बनाया जाएगा। यहां से श्रद्धालु पैदल चलकर मंदिर तक पहुंच सकेंगे। ऐसे में यमुना किनारे बाराहघाट से लेकर जुगलघाट तब खादर में बसी करीब एक दर्जन कॉलोनियों का ध्वस्तीकरण होगा।
खादर की कॉलोनियों का होगा ध्वस्तीकरण।
क्या कहते हैं लोग
मंदिर गलियारा तो बनना ही चाहिए। भीड़ लगातार बढ़ रही है। लोगों की सुविधा और सहूलियत के लिए मंदिर गलियारा आज की मांग है। हमारा मकान जुगलघाट पर यमुना किनारे हैं। सरकार से मांग है कि मकान के बदले हमें तो केवल मकान ही दे दे। ताकि परिवार सड़क पर न आ सके। -विक्रम सिंह, निवासी: जुगलघाट।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर का गलियारा तो बन ही रहा है। गलियारा बनाने में जहां जरूरत हो, वहीं ध्वस्तीकरण करना चाहिए। सड़क चौड़ीकरण करके ही काम चलाना चाहिए। लेकिन, फिर भी सरकार अब मनमानी करती है और कालोनियों को उजाड़ती है, तो मकान के बदले मकान मिले या उचित मुआवजा मिलना ही चाहिए। -प्रेमपाल सैनी, निवासी: जुगलघाट।
मंदिर का गलियारा तो बनकर ही रहेगा। ऐसे में हमारी इच्छा तो यही है कि हमारा मकान बच जाए, तो बिहारीजी की कृपा हो जाएगी। सरकार को चाहिए कि अगर मकानों को ध्वस्त किया जाए तो मकान के बदले मकान दे या फिर उचित मुआवजा तो मिलना ही चाहिए। -चेतराम सैनी, निवासी: जुगलघाट।
बांकेबिहारी मंदिर का गलियारा तो बनेगा ही, इससे हमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं। सरकार जो करना चाहती है करे। लेकिन, हमें तो केवल सरकार उचित मुआवजा दे दे अन्यथा घर के बदल घर दे दे। ताकि परिवार सड़क पर न आ पाए। इसका ख्याल सरकार को रखना चाहिए। -रामू निषाद, निवासी: जुगलघाट।
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