Banke Bihari Corridor: गलियारे के दायरे में आएंगी मंदिर के आसपास की नौ गलियां और 148 मकान
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के गलियारे के लिए मंदिर के आसपास की नौ गलियां दायरे में आएंगी। इन गलियों में आने वाले 148 मकान तोड़े जाएंगे। भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पार्किंग और सार्वजनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। जिला प्रशासन ने पहले ही गलियारे में आने वाले मकानों का मूल्यांकन किया है।
संवाद सहयोगी, वृंदावन। सरकार की ओर से प्रस्तावित ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के गलियारे के दायरे में मंदिर के आसपास के नौ गलियां आएंगी। इन गलियों में आने वाले भवन तोड़े जाएंगे। इनमें पांच गलियां यमुना किनारे वीआइपी मार्ग से आती हैं।
पहली गली जादौन पार्किंग के सामने से आ रही है, तो दूसरी गली जुगलघाट से अंदर आ रही है। यह जंगलकट्टी, राधावल्लभ मंदिर, दाऊजी तिराहा होते हुए मंदिर के द्वार तक पहुंच रही है।
तीसरी गली जुगलघाट से पहले मोहन बाग होकर मंदिर तक पहुंच रही है। चौथी गली बिहारीपुरा में हरगुलाल हवेली की गली से होकर मंदिर तक पहुंच रही है। पांचवीं गली दुसायत से होते हुए अष्टसखी की गली से मंदिर तक पहुंच रही है।
इसके अलावा पुलिस चौकी के सामने की मुख्य गली, मनीपाड़ा के सामने सीढ़ियों से चढ़कर एक गली गेट संख्या पांच नंबर गेट पर पहुंचती है। सनेह बिहारी मंदिर के सामने से होकर भी एक गली बांकेबिहारी मंदिर तक पहुंच रही है।
अभी हो रही ये दिक्कत
अभी तक भक्तों की भीड़ मंदिर आने और जाने में इन नौ गलियों में बंटी रहती है। एक रास्ता बंद होने पर सनेहबिहारी और मनीपाड़ा के सामने गली से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाता है। दिक्कत जब खड़ी हो जाती है, मंदिर से बाहर निकलने वाले श्रद्धालुओं का आमना-सामना होते ही जाम और दबाव के हालात बन जाते हैं।
पार्किंग व अन्य सार्वजनिक सुविधाएं भी होंगी विकसित
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए वाहन पार्किंग व अन्य सार्वजनिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। ताकि श्रद्धालु अपने वाहन भी आसानी से पार्क कर सकते हैं।
बांकेबिहारी के गलियारे के दायरे में आए 148 मकान
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के प्रस्तावित गलियारे के लिए जिला प्रशासन की टीम ने ढाई साल पहले गलियारा के दायरे में आ रहे 148 मकानों का चिन्हांकन किया गया। इनकी संपत्ति का भी मूल्यांकन किया गया।
इसकी रिपोर्ट 2023 में ही हाई कोर्ट में प्रस्तुत की गई थी। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर गलियारे के दायरे में आने वाली संपत्तियों का चिन्हांकन कर मूल्यांकन करने के आदेश इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दिए थे।
इसके बाद तत्कालीन डीएम पुलकित खरे ने विप्रा, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम व राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम तत्कालीन नगर आयुक्त अनुनय झा की अध्यक्षता में गठित कर सर्वे कार्य करने के निर्देश दिए थे।
नगर आयुक्त अनुनय झा की अध्यक्षता में गठित प्रशासनिक टीम ने भवनों के चिन्हांकन की प्रक्रिया शुरू करते हुए दायरे में आ रहे 148 भवनों का चिन्हांकन कार्य पूरा किया और रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रस्तुत कर दी। शासन ने गठित कमेटी द्वारा तैयार चिन्हांकित भवनों की रिपोर्ट हाईकोर्ट में प्रस्तुत की थी।
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