Saint Premanand: कैसे लगे पढ़ाई में मन ? एक विद्यार्थी के सवाल का संत प्रेमानंद ने दिया सरल जवाब
Saint Premanand Maharaj Said For Students संत प्रेमानंद ने एक विद्यार्थी को पढ़ाई में एकाग्रता लाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जब हम पढ़ाई करें तो उसी को भगवान की पूजा मानें। एकाग्रता के बिना पढ़ाई पूरी नहीं होगी। जब पढ़ाई शुरू करें तो भगवान को प्रणाम कर स्वाध्याय शुरू करें जब पढ़ाई खत्म हो तो भगवान काे प्रणाम करें।
संस, जागरण l वृंदावन। Saint Premanand Maharaj: एक विद्यार्थी का पढ़ाई में मन नहीं लगने के सवाल पर संत प्रेमानंद ने कहा जब हम पढ़ाई करें, तो उसी को भगवान की पूजा मानें। चूंकि एकाग्रता के बिना हमारी पढ़ाई पूरी नहीं होगी। जब एकाग्रता होगी तो दो कार्य एकसाथ नहीं हो सकते। हम नामजप भी करें और पढ़ाई भी करें। जब हम पढ़ाई शुरू करें, तो भगवान को प्रणाम कर स्वाध्याय शुरू करें, जब पढ़ाई खत्म हो तो भगवान काे प्रणाम करें।
रमणरेती स्थित श्रीराधा केलिकुंज में रविवार को सुबह दर्शन को पहुंचे एक विद्यार्थी ने संत प्रेमानंद से सवाल किया कि उसका मन तो नामजप में लगता है। लेकिन, परीक्षा चल रही हैं, इस दौरान नामजप में तो मन लग रहा है। लेकिन, नामजप के कारण पढ़ाई में मन नहीं लगता। ऐसा लगता है नामजप ही करता रहूं।
संत प्रेमानंद महाराज ने दिया एकाग्रता लाने का संदेश
संत प्रेमानंद ने उन्हें पढ़ाई में एकाग्रता लाने का संदेश दिया। कहा जब पढ़ाई पूरी हो जाएगी, तो ये भक्ति आपको पूर्णता में पहुंचा देगी। अगर, ऐसा हो कि भक्ति करने वाला अन्य कार्य कोई कर नहीं सकता तो चक्रवर्ती सम्राट अंबरीशजी के सामने महान तपस्वी दुर्वाषा परास्त हो गए। वह ऐसे भक्त थे कि सुदर्शन चक्र उनकी रक्षा में रहता है। दिमाग खराब होता है भोगों का चिंतन करने से, दूसरे का धन छीनने का चिंतन करने से, दूसरे की हानि सोचने से दिमाग खराब होता है।
संत प्रेमानंद महाराज।
संत प्रेमानंद महाराज का मणरेती मार्ग पर है आश्रम
श्रीहित प्रेमानंद महाराज का आश्रम राधा निकुंज वृंदावन के रमणरेती मार्ग पर है। उनके देश भर में लाखों की संख्या में अनुयायी हैं। करीब दो दशक से उनकी दोनों किडनी खराब हैं, उनकी नियमित डायलिसिस होती है। क्रिकेटर विराट कोहली उनकी पत्नी अनुष्का संत प्रेमानंद महाराज के आश्रम में आ चुके हैं। हाल ही में संत प्रेमानंद से मिलने पहुंची अनुष्का ने भक्ति का मार्ग पूछा था। संत प्रेमानंद से मिलने हर दिन भक्त पहुंचते हैं।
पदयात्रा के दौरान संत प्रेमानंद महाराज।
पदयात्रा के दर्शन के लिए आते हैं हजारों भक्त
संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए रात दो बजे ही वृंदावन के परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालु जुटने लगते हैं। वह अपने आश्रम से शिष्यों के साथ पैदल परिक्रमा को प्रतिदिन निकलते हैं, इससे पहले ही सड़कों पर उनके दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में अनुयायी पहुंच जाते हैं। संत के प्रवचन सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते हैं।
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