पीएम मोदी की पत्नी जशोदाबेन ने बांकेबिहारी से मांगा आशीर्वाद, दर्शन और पूजा-अर्चना के बाद बाजार से खरीदी ये चीज
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन ने शनिवार की देर शाम मथुरा के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन किए। गुजरात पुलिस के सुरक्षा घेरे में वह मंदिर पहुंचीं और परिवार के पांच सदस्यों के साथ पूजा-अर्चना की। मंदिर सेवायतों ने उन्हें वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पूजा-अर्चना करवाई और ठाकुरजी का प्रसादी अंगवस्त्र और प्रसाद भेंट किया। इसके बाद उन्होंने बाजार में ठाकुरजी की पोशाक की खरीदारी भी की।

जागरण संवाददाता, मथुरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन शनिवार की देर शाम ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचीं। ठाकुर बांकेबिहारीजी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद लिया। दर्शन के बाद उन्होंने बाजार में ठाकुरजी की पोशाक की भी खरीदारी की।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार रात साढ़े आठ बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशेादा बेन पहुंचीं। गुजरात पुलिस के सुरक्षा घेरे में वह ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचीं। पुलिस ने मंदिर के वीआईपी कटहरे में उन्हें पहुंचाया।
परिवार के पांच सदस्यों के साथ मंदिर पहुंचीं जशोदाबेन को मंदिर सेवायतों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पूजा-अर्चना करवाई और ठाकुरजी का प्रसादी अंगवस्त्र और प्रसाद भेंट किया। ठाकुरजी का पूजन कर परिवार के सुख समृद्धि की कामना की।
बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ से बिगड़े हालात
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार को दर्शन को आए श्रद्धालुओं की भीड़ से व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं। मंदिर आने वाले रास्तों में भीड़ का दबाव बना रहा। मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के ठहराव ने व्यवस्थाएं तार-तार कर दीं।
माला और प्रसाद अर्पित करने के साथ वीआईपी दर्शन के लिए श्रद्धालु पीछे से आगे बढ़ने की कोशिश में एक-दूसरे को धकियाते चल रहे थे। ऐसे में दिनभर आपाधापी का माहौल बना रहा।
इसके कारण महिला समेत दो श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उपचार के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती करवाया। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर रविवार को दर्शन के लिए खुलने से पहले ही हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ बाजार और मंदिर की गली में पहुंच गई।
बाजार में पुलिस ने बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोकना शुरू किया तो भीड़ का दबाव बढ़ने लगा। ऐसे में श्रद्धालुओं की दिक्कतें बाजार से ही शुरू हो गईं। गली में पहुंचे तो मंदिर चबूतरे पर लगे बैरियर से आगे नहीं बढ़ पा रहे थे।
मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के ठहराव के कारण चबूतरे पर बैरियर से आगे बढ़ने की अनुमति श्रद्धालुओं को नहीं मिल रही थी। घंटों भीड़ का दबाव झेलकर जब श्रद्धालु अंदर पहुंचे तो अंदर के हालात और भी भयावह बने हुए थे।
भोग प्रसाद अर्पित करने की होड़ में श्रद्धालुओं में आपाधापी का माहौल बना था। ऐसे में मंदिर में प्रवेश करते ही श्रद्धालु अपनों से बिछ़ुड़ने लगे। एक-दूसरे का हाथ थाम मंदिर प्रांगण में पहुंचे तो आपाधापी के माहौल में सही तरीके से आराध्य के दर्शन भी नहीं मिल पा रहे थे।
आपाधापी के इस माहौल में नेपाल के हेतोड़ा निवासी 67 वर्षीय राजू की अचानक तबीयत बिगड़ी और अचेत होने लगे। कुछ ही देर बाद अलीगढ़ के थाना खैर के गांव पीपल निवासी 70 वर्षीय राजकुमारी की भी तबीयत बिगड़ गई।
अचेतावस्था में दोनों ही श्रद्धालुओं को एंबुलेंस में लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय उपचार के लिए पहुंचाया। चिकित्सकों ने दोनों को प्राथमिक उपचार देकर राहत दी और श्रद्धालु गंतव्य को चले गए।
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