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    यूपी पुलिस भर्ती के मेडिकल में ठेके का भंडाफोड़: मथुरा में डाक्टर और उनकी पत्नी समेत चार गिरफ्तार

    UP Police Recruitment Medical Scam Mathura News मथुरा में पुलिस भर्ती के मेडिकल परीक्षण में रिश्वतखोरी का पर्दाफाश हुआ है डॉक्टर उनकी पत्नी और फार्मासिस्ट सहित चार गिरफ्तार। आरोप है कि ये गिरोह अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए रिश्वत लेता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से नकदी और दस्तावेज बरामद किए हैं। जांच जारी है और कई अन्य लोगों की भूमिका संदिग्ध है।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Wed, 07 May 2025 09:34 AM (IST)
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    डा. शिवानी प्रभाकर व डा. हरीनारायण प्रभाकर। फोटो सौ. इंटरनेट मीडिया

    जागरण संवाददाता, मथुरा। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती में सफल हुए अभ्यर्थियों को चिकित्सकीय परीक्षण में पास कराने के नाम पर रिश्वत लेने वाले गिरोह का मंगलवार को भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने मेडिकल परीक्षण बोर्ड में शामिल जिला अस्पताल के चिकित्सक, उनकी पत्नी, फार्मासिस्ट समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 1.30 लाख रुपये नकद, छह मोबाइल, अभ्यर्थियों के बुलावा पत्र के फोटो आदि बरामद हुए।

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    पुलिस कार्रवाई को देख चिकित्सक की पत्नी ने बाथरूम का दरवाजा बंद कर दस्तावेजों को जलाने का प्रयास किया। फोरेंसिक टीम बुलाकर इसकी जांच कराई गई। मामले में कई डाक्टरों के साथ जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इनकी जांच की जा रही है।

    पुलिस आरक्षी भर्ती में सफल हुए अभ्यर्थियों का पुलिस लाइन में 22 अप्रैल से 10 मई तक चिकित्सकीय परीक्षण कराया जा रहा है। इसमें करीब 1538 अभ्यर्थी शामिल होने हैं। एक दिन में 90 अभ्यर्थियों का मेडिकल, बोर्ड में शामिल डाक्टरों द्वारा किया जा रहा है। जिला अस्पताल मथुरा में ईएमओ डा. हरिनारायण प्रभाकर मेडिकल बोर्ड के सदस्य हैं। इनका हाईवे पर चंदनवन फेज दो स्थित प्रभाकर नर्सिंग होम भी चल रहा है।

    पुलिस की गिरफ्त में आरोपित।

    एसएसपी को मिली थी सूचना

    करीब पांच दिन पूर्व एसएसपी श्लोक कुमार को सफल अभ्यर्थियों को चिकित्सकीय परीक्षण में फेल करने और डरा-धमका कर रिश्वत मांगने की सूचना मिली थी। उन्होंने सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा के निर्देशन में थाना हाईवे और सर्विलांस टीमों को जांच करने के निर्देश दिए थे। कई दिनों तक टीमों ने गोपनीय स्तर पर जांच की और साक्ष्य एकत्रित किए। मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे टीम ने मुखबिर की सूचना पर मेडिकल बोर्ड में शामिल डा. हरिनारायण प्रभाकर के अस्पताल में बने आवास पर दबिश दी।

    दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे

    टीम ने डा. हरिनारायण प्रभाकर, फार्मासिस्ट मथुरेश निवासी सरिया वाली गली सीमेंटेड रोड सौंख थाना मगोर्रा और डाक्टर के चालक जयपाल निवासी बी-26 बुद्धविहार चंदनवन फेस-दो थाना हाईवे को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 1.30 लाख रुपये, छह मोबाइल समेत कई दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे। कार्रवाई को देख डाक्टर की पत्नी डा. शिवानी कुछ दस्तावेजों को लेकर बाथरूम में घुस गईं और दस्तावेजों को आग लगा दी। पुलिस ने दरवाजा खुलवाकर डा. शिवानी को भी साक्ष्य मिटाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। जले हुए दस्तावेजों में पुलिस को कई अभ्यर्थियों के बुलावा-पत्र मिले हैं।

    एसएसपी ने दिए थे एक्शन के आदेश

    एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि कार्रवाई के दौरान मौके पर मिले एक अभ्यर्थी नवीन कुमार ने बताया कि उसका नौ मई को मेडिकल परीक्षण होना है। इसके लिए फार्मासिस्ट मथुरेश ने डा. प्रभाकर से मिलवाने के लिए बुलाया था। यहां धमकाया कि अगर रुपये नहीं दिए तो तुम्हें मेडिकल में असफल कर दिया जाएगा। इसलिए वह मथुरेश के साथ आया था, यहां दो अन्य अभ्यर्थी भी मौजूद थे।

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    चारों को जेल भेजा गया

    उन्होंने उसके सामने मथुरेश को 65000 हजार रुपये मेडिकल परीक्षा में पास कराने को दिए। मथुरेश ने डाक्टर के ड्राइवर जयपाल को ये रुपये दिए, उसने ये रकम ले जाकर डा. प्रभाकर को दे दी। एसएसपी ने बताया कि इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर चारों को जेल भेज दिया है।