'औरंगजेब की कब्र पर बुलडोजर चलाओ और 21 लाख पाओ', श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी का ऐलान
Aurangzeb Grave Case Mathura Update श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी ने औरंगजेब की कब्र पर बुलडोजर चलाने वाले को 21 लाख रुपये देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जब तक औरंगजेब के पाप की निशानी ईदगाह मस्जिद को नहीं हटाया जाएगा तब तक अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। कहा कि उसने मंदिर तोड़े बहनों पर अत्याचार किए थे।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। मुगल बादशाह औरंगजेब पर पूरे देश में सियासत गर्म है। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब का मकबरा मौजूद है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान के बाद और मामला तूल पकड़ रहा है।
सीएम ने कहा था, कि सभी का मानना है कि छत्रपति संभाजीनगर में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब का मकबरा हटा दिया जाना चाहिए। मगर यह काम कानून के दायरे में किया जाना चाहिए, क्योंकि पिछली कांग्रेस सरकार ने इस स्थल को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के संरक्षण में दे दिया था। इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी ने सोमवार को एक वीडियो जारी कर महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र पर बुलडोजर चलाने वाले व्यक्ति को 21 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह विवाद में न्यायालय में मुकदमा लड़ रहे न्यास के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी ने सोमवार को जारी वीडियो में संकल्प लिया है कि जब तक औरंगजेब के पाप की निशानी ईदगाह मस्जिद को हटा नहीं देंगे। तब तक अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। उन्होंने ये संकल्प तीन वर्ष पहले लिया था।
औरंगजेब की कब्र। फाइल
दिनेश फलाहारी ने वीडियो जारी कर कहा
अब सोमवार को जारी वीडियो में दिनेश फलाहारी ने कहा है कि मुगल शासक औरंगजेब ने हिंदुओं के बड़े मंदिरों को तोड़ा, बहन-बेटियों पर अत्याचार किए। मराठाओं पर अत्याचार किए। ऐसे अत्याचारी मुगल शासक की कब्र का हिंदुस्तान में कोई काम नहीं। जो भी हिंदू उस मुगल शासक औरंगजेब की कब्र पर बुलडोजर चलाएगा, उसे श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास 21 लाख रुपये इनाम देगी।
यहां से शुरू हुआ था मामला
गौरतलब है कि औरंगजेब पर ताजा विवाद समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आसिम आजमी के बयान से शुरू हुआ। आजमी ने औरंगजेब की खूब तारीफ की थी। उन्होंने दावा किया था कि औरंगजेब ने मंदिरों का निर्माण कराया था। वह कोई क्रूर बादशाह नहीं था। बाद में अबू आसिम आजमी को पिछले सप्ताह 26 मार्च को बजट सत्र के अंत तक महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था। भाजपा नेता नवनीत राणा भी औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग कर चुकी हैं।
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