खास है Banke Bihari Vrindavan का जन्मोत्सव, 56 माखन भाेग के साथ उज्जैन का डमरू होगा आकर्षण का केंद्र
Banke Bihari Mandir बांके बिहारी के जन्मोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार उन्हें 56 प्रकार का माखन भोग में अर्पित किया जाएगा। स्वामी हरिदास की साधना स्थली में देसी गाय के दूध से यह विशेष माखन तैयार किया जा रहा है। विहार पंचमी पर निकलने वाली शोभायात्रा में गोपियों के रूप में महिलाएं सिर पर 56 मटकियों में माखन लेकर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचेंगी।

संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। स्वामी हरिदास के लड़ैते ठाकुर बांकेबिहारीजी की आज भी सेवा पूजा बालक के रूप में होती है। उनके जन्मोत्सव का उल्लास भी घर के बालक के रूप में मनाया जाता रहा है। इस बार लाड़ले बांकेबिहारी के जन्मोत्सव को विशेष बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
घर के बालक का जन्मदिन हो तो केक काटकर खुशियां मनाई जाती हैं। लेकिन, बांकेबिहारी को तो माखन ही सबसे प्रिय है। ऐसे में इस बार उन्हें 56 प्रकार का माखन स्वामी हरिदास भोग में परोसेंगे। स्वामी हरिदास की साधना स्थली में इस विशेष माखन को तैयार किया जा रहा है। यह माखन देसी गाय के दूध से तैयार हो रहा है।
विहार पंचमी पर निकलने वाली शोभायात्रा में गोपियों के रूप में महिलाएं सिर पर 56 मटकियों में माखन लेकर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचेंगी। ठाकुर बांकेबिहारीजी का छह दिसंबर काे विहार पंचमी पर प्राकट्योत्सव है। संगीत सम्राट स्वामी हरिदास की संगीत साधना से प्रसन्न होकर ठाकुर बांकेबिहारी निधिवन राज मंदिर में प्रकटे थे। इस दिन निधिवन राज मंदिर से लेकर बांकेबिहारी मंदिर तक उल्लास छाएगा। बांकेबिहारी मंदिर में तो तैयारियां चल ही रही हैं, विशेष तैयारी निधिवन राज मंदिर में चल रही है।
विहार पंचमी पर होगा महाअभिषेक
मंदिर सेवायत भीकचंद गोस्वामी ने बताया हर वर्ष की तरह विहार पंचमी पर भी इस बार सुबह पांच बजे ठाकुरजी की प्राकट्य स्थली पर पंचामृत से महाभिषेक होगा और मोहनभोग का भाग अर्पित किया जाएगा। सुबह बधाई गायन के बाद स्वामी हरिदास चांदी के रथ में विराजित होकर दिव्य शोभायात्रा के रूप में ठाकुरजी को जन्मोत्सव की बधाई देने मंदिर पहुंचेंगे। दोपहर को राजभोग के दौरान स्वामी हरिदास इस 56 प्रकार के माखन को अपने लड़ैते बांकेबिहारी को भोग में अर्पित करेंगे।
उज्जैन का डमरू आकर्षण का केंद्र
उज्जैन का डमरू होगा आकर्षण का केंद्र महाकाल की नगरी के बाद ब्रभूमि में झांझ-डमरू की मंगल ध्वनि सुनाई देगी। उज्जैन का भस्म रमैया भक्त मंडल ठाकुर बांके बिहारी के जन्मोत्सव पर वृंदावन में प्रस्तुति देगा। शोभायात्रा में भक्त मंडल द्वारा झांझ-डमरू की विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। करीब 50 सदस्य शिवप्रिय वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि से आनंद बढ़ाएंगे। बांकेबिहारी के आंगन में कांसा धातु से निर्मित झांझ बजाए जाएंगे।
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निधिवन राज मंदिर में बरसाना की माताजी गोशाला से प्रतिदिन 400 किलो दूध निधिवन राज मंदिर में आ रहा है। 20 नवंबर से यहां माखन तैयार किया जा रहा है। माखन को 56 प्रकार का बनाने के लिए इसमें केसर माखन, माखन मिश्री विभिन्न प्रकार के एसेंस और खाने वाले रंग का उपयोग किया जा रहा है। - भीकचंद गोस्वामी, सेवाधिकारी।
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