दशहरा को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट, सुरक्षा को लेकर पुलिस की निगरानी तेज
महराजगंज जिले में दशहरा और दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 1438 दुर्गा पूजा समितियों पर निगरानी रखी जा रही है। जिले को जोन और सेक्टर में बांटा गया है विसर्जन स्थलों पर गोताखोरों की तैनाती है। संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल तैनात है और आयोजकों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

जागरण संवाददाता, महराजगंज। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व और नवरात्र दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर जिले में सुरक्षा-व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद कर दी गई है। गुरुवार को रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन होगा, जबकि दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन क्रमवार ढंग से कराया जाएगा।
पूरे जनपद में 1438 दुर्गा पूजा समितियां स्थापित हैं। प्रत्येक समिति पर एक बीपीओ को जिम्मेदारी दी गई है, जो मूर्ति स्थापना से लेकर विसर्जन तक सभी गतिविधियों की निगरानी करेंगे। इसके अतिरिक्त भी पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया है। समितियों को अपने वालंटियर तैयार कर पंडालों की देखरेख का दायित्व सौंपा गया है।
मिशन शक्ति टीम हर पंडाल पर निगरानी रखेगी। प्रत्येक स्थल पर बालू की बाल्टी और अग्निशमन यंत्र अनिवार्य रूप से रखवाए गए हैं। सभी पूजा और विसर्जन स्थलों पर सीसी कैमरे स्थापित किए गए हैं। जिले को सुरक्षा की दृष्टि से पांच जोन और 81 सेक्टर में बांटा गया है। 149 विसर्जन स्थलों पर बैरिकेडिंग, प्रकाश व्यवस्था, गोताखोर और नाव की व्यवस्था की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हर विसर्जन स्थल पर एंबुलेंस उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
संवेदनशील स्थानों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
महराजगंज:10 निरीक्षक, 25 उपनिरीक्षक, 40 महिला कांस्टेबल, 200 हेड कांस्टेबल/कांस्टेबल और दो कंपनी पीएसी। इसके अलावा 112 पीआरवी की 38 चार पहिया और 31 दो पहिया वाहन तय रूट पर रहेंगे। त्वरित कार्रवाई के लिए 10 त्वरित रिस्पांस टीम बनाई गई हैं और एक विशेष टीम संवेदनशील इलाकों पर लगातार नजर रख रही है। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया सेल सभी प्लेटफार्म पर कड़ी निगरानी रख रही है। बार्डर पर भी अलर्ट जारी है। एसपी ने संबंधित थाना पुलिस को आपसी समन्वय और सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
आयोजकों के लिए दिशा-निर्देश
- रावण पुतला दहन स्थलों पर पहले से बैरिकेडिंग कर अलग रास्ते तय किए जाएं।
- कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त निकासी द्वार व पार्किंग की व्यवस्था हो।
- अग्निशमन यंत्र व पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
- शोभा यात्रा और पार्किंग स्थल पर स्वयंसेवक तैनात किए जाएं।
- जुलूस मार्ग पर बाधा न उत्पन्न हो और यातायात सुचारू रहे।
- पुलिस बल व अधिकारियों के सहयोग से सभी व्यवस्थाएं संचालित हों।
- प्रशासन द्वारा दी गई शर्तों और अनुमति का पालन किया जाए।
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मंदिरों एवं मेला स्थलों के लिए निर्देश
- साफ-सफाई व स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
- मुख्य द्वार पर प्रवेश नियंत्रण और एंटी-सेबोटॉज चेकिंग हो।
- भगदड़ रोकने के लिए प्रवेश-निकास मार्ग अलग हों।
- कतार व्यवस्था व बैरिकेडिंग मंदिर समितियों के सहयोग से हो।
- प्रकाश व्यवस्था पर्याप्त हो।
- स्नान घाटों पर फिसलन रोकने व गोताखोरों की व्यवस्था हो।
- भीड़ वाले स्थानों पर चिकित्सा टीम की मौजूदगी रहे।
- महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीमें तैनात रहें।
- उत्तेजक नारेबाजी व अनुचित गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पूरे जिले में दशहरा पर्व और दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को शांतिपूर्ण व सुरक्षित ढंग से संपन्न कराने के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। समितियों से लेकर पुलिस बल तक हर स्तर पर निगरानी अनवरत जारी रहेगी। मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिला सुरक्षा और जागरूकता को भी प्रमुखता दी जा रही है।
सोमेन्द्र मीना, पुलिस अधीक्षक
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