बेलहिया सीमा नाका से नेपाल आए 58 देशों के पर्यटक, जेन जी आंदोलन का नहीं पड़ा ज्यादा असर
रूपन्देही जिले के बेलहिया सीमा नाका से बड़ी संख्या में पर्यटक नेपाल आ रहे हैं। इस वर्ष 25 सितंबर तक 58 देशों से 63793 पर्यटक आए। आव्रजन अधिकारी के अनुसार इस सीजन में श्रीलंका और वियतनाम से सबसे अधिक पर्यटक आए हैं। कोविड के बाद पर्यटन धीरे-धीरे बढ़ रहा है लेकिन अभी भी पहले जैसी स्थिति में आने में समय लगेगा। सुविधाओं में सुधार किया गया है।

राधेश्याम विश्वकर्मा, जागरण, भैरहवा (नेपाल)। रूपन्देही जिले के बेलहिया सीमा नाका से स्थल मार्ग द्वारा सबसे अधिक पर्यटक नेपाल आ रहे हैं। चालू अंग्रेजी वर्ष की 25 सितंबर तक 58 देशों के कुल 63,793 पर्यटक नेपाल में प्रवेश कर चुके हैं। केवल सितंबर महीने में 1,442 पुरुष और 1,117 महिलाएं सहित कुल 4,559 लोग नेपाल में प्रवेश किए, जबकि 1,402 पुरुष और 3,104 महिलाएं सहित कुल 4,506 पर्यटक नेपाल से बाहर गए।
बेलहिया आव्रजन कार्यालय के आव्रजन अधिकारी वासुराम पौडेल के अनुसार वर्तमान सीजन में सबसे अधिक आगमन श्रीलंका और वियतनाम के पर्यटकों का देखा गया, जबकि माघ और फागुन के आसपास कोरियाई पर्यटकों का आगमन होता है।
सितंबर महीने में ''जेनजी आंदोलन'' का पर्यटन आगमन पर केवल मामूली असर पड़ा है। पौडेल ने बताया कि पिछले साल के सितंबर महीने की 25 तारीख तक 5,603 पर्यटकों का आगमन हुआ था, जबकि इस साल इसी अवधि में 4,559 पर्यटकों का आगमन हुआ है।
उनका कहना है कि आंदोलन के दौरान नेपाली आव्रजन कार्यालय बंद नहीं किया गया था, लेकिन सुरक्षा कारणों से भारत से कुछ पर्यटक लौट गए, जिसके कारण संख्या थोड़ी कम दिखी।
यदि देश के अनुसार आंकड़ों का विश्लेषण किया जाए, तो सबसे अधिक पर्यटक श्रीलंका से आते हैं। वर्ष 2024 में सबसे अधिक पर्यटक श्रीलंका से (26,577), उसके बाद थाईलैंड से (21,397), म्यांमार से (11,422), वियतनाम से (7,484) और दक्षिण कोरिया से (3,804) नेपाल में प्रवेश किए थे।
इसी तरह, वर्ष 2025 के अगस्त महीने तक भी श्रीलंकाई पर्यटक सबसे अधिक दिखाई दिए हैं। आव्रजन कार्यालय के अनुसार, श्रीलंका से (19,835), थाईलैंड से (12,345), म्यांमार से (9,278), वियतनाम से (4,188) और दक्षिण कोरिया से (2,024) पर्यटक नेपाल में आए हैं।
कोविड के कारण नेपाल में पर्यटक आगमन धीमी गति से बढ़ा। वर्ष 2018 में 1,66,235 का आगमन और 1,56,563 का प्रस्थान हुआ। 2019 में आगमन 1,61,691 और प्रस्थान 1,50,537 हुआ। 2020 में कोविड के कारण संख्या घटकर आगमन 43,367 और प्रस्थान 40,069 हो गई। 2021 में यह और भी कम हो गया, जिसमें आगमन 812 और प्रस्थान 219 रहा।
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इसके बाद अब तक पर्यटकों की संख्या धीरे-धीरे ऊपर बढ़ रही है, लेकिन पहले की स्थिति में लौटने में अभी भी समय लगेगा। वर्ष 2022 में आगमन 20,220 और प्रस्थान 18,944, 2023 में आगमन 81,551 और प्रस्थान 78,423, जबकि 2024 में आगमन 92,644 और प्रस्थान 93,290 तक पहुंच गया। आव्रजन अधिकारी वासुदेव पौडेल ने बताया कि
नए भवन में स्थानांतरित होने के बाद सेवा वितरण में काफी सुविधा हुई है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए प्रतीक्षालय और शौचालय जैसी सुविधाएं पूरी हो गई हैं, लेकिन 12 कर्मचारियों की आवश्यकता वाले कार्यालय में केवल पांच लोग सेवा दे रहे हैं।
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