Year Ender 2024: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से लेकर महाकुंभ तक...2024 में यूपी की धरती पर हुए ये ऐतिहासिक आयोजन
Year Ender 2024 साल 2024 में ऐसे कई आयोजन हुए हैं जो इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लिए गए हैं। ये पूरा साल धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों से परिपूर्ण था जिनकी गूंज न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सुनाई दी। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां भी जोरों से चल रहीं हैं। देव दीपावली भी सबसे बड़ी उपलब्धि रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2024 उत्तर प्रदेश के लिए कई मायनों में खास रहा है। इस पूरे साल में ऐसे कई आयोजन हुए हैं जो इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लिए गए। ये साल धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों से परिपूर्ण था, जिनकी गूंज न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सुनाई दी। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) हुई। इससे यूपी ने एक नई ऊंचाई को छुआ। वहीं प्रयागराज में महाकुंभ (Mahakumbh 2025 Preparations) की तैयारी भी ऐसी है जो आने वाले दिनों में एक याद बनकर उभर कर सामने आएगी। काशी की देव दीपावली भी इस साल की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। आइए जानते हैं कि साल 2024 में यूपी में कौन-कौन से बड़े आयोजन हुए हैं जिसने राज्य की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को और समृद्ध कर दिया है।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भारत के इतिहास का एक गौरवपूर्ण अध्याय रहा है। 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई, जो मंदिर के उद्घाटन का प्रतीकात्मक और धार्मिक महत्व का क्षण था। यह आयोजन पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि, मृगशिरा नक्षत्र, और सवार्थ सिद्धि योग जैसे शुभ संयोगों में संपन्न हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, सेलिब्रिटीज और देश-विदेश से आए साधु-संतों ने इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनकर इसे और भी भव्य बना दिया था। यह कार्यक्रम न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि अयोध्या के विकास के नए युग की शुरुआत भी थी। लाखों लोग इस ऐतिहासिक आयोजन के साक्षी बने। इस भव्य आयोजन के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया था। 500 साल का इंतजार खत्म होने के बाद 22 जनवरी को श्रीरामलला अयोध्या में अपने मंदिर में विराजमान हुए थे।
प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों ने 2024 में काफी सुर्खियां बटोरीं हैं। महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में एक बार होता है। ये दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक होने वाले इस मेले के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने व्यापक तैयारियां कीं। सरकार ने संगम क्षेत्र में आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण, स्वच्छता सुविधाएं और सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया। महाकुंभ में इस बार डिजिटल टिकटिंग, बेहतर परिवहन और अस्थायी आवास की सुविधाएं सुनिश्चित की गईं हैं। 2024 में किए गए इन प्रयासों ने आगामी आयोजन को सुगम और भव्य बनाने का रास्ता साफ कर दिया है। इसमें उत्तर प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने की पूरी तैयारी है। आइआरसीटीसी भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को लग्जरी स्टे दे रहा है। कई स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। शाही स्नान को लेकर तैयारियां पूरी हैं। और तो और सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। इस बार महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में AI भी मुख्य भूमिका निभा रहा है।
वाराणसी में भव्य हुआ देव दीपावली
वाराणसी की देव दीपावली हमेशा से खास रही है, लेकिन 2024 में इसका आयोजन और भी भव्य रूप में हुआ। 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा के 84 घाटों पर 17 लाख से ज्यादा दीए जलाए गए। भव्य गंगा आरती और दीपों की रोशनी ने घाटों को एक अलौकिक रूप दिया। स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक समूहों ने विशेष प्रस्तुतियां दीं। श्रद्धालुओं ने क्रूज का भी आनंद लिया। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी वाराणसी की ओर आकर्षित किया। देव दीपावली के मौके पर काशी एक दुल्हन की तरह सजकर तैयार हुई थी।
नमो घाट का शुभारंभ
भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नमो घाट पर दीप जलाकर देव दीपावली की शुरुआत की थी। वहीं सीएम योगी की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देव दीपावली पर सबसे बड़े नमो घाट का उपराष्ट्रपति ने शुभारंभ किया था।
काशी में जी20 से जुड़ी सांस्कृतिक गतिविधियां
जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान वाराणसी में "रूट्स एंड रूट्स" प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में वैश्विक सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को प्रदर्शित किया गया। यह आयोजन भारत की "वसुधैव कुटुंबकम" की भावना को दर्शाने वाला था। इसमें पर्यावरण, शिक्षा, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे विषयों पर जोर दिया गया।
चित्रकूट में रामायण मेला
मार्च 2024 में चित्रकूट में पांच दिवसीय रामायण मेले बेहद खास रहा है। ये आयोजन उत्तर प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का सजीव उदाहरण बना। 51वें राष्ट्रीय रामायण मेले में रामायण के प्रसंगों का मंचन, संतों के प्रवचन और लोक कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं। इस मेले ने न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत किया, बल्कि सांस्कृतिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया। यहां आने वाले पर्यटकों ने चित्रकूट की ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर को करीब से देखा और सराहा।
मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी उत्सव
मथुरा और वृंदावन में 26-27 अगस्त 2024 को जन्माष्टमी का उत्सव बेहद भव्यता से मनाया गया। बांके बिहारी मंदिर में विशेष झांकियां सजाई गईं और अभिषेक अनुष्ठान हुआ। वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं ने भक्ति संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, और कीर्तन का आनंद लिया। कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में हुई आरती और झांकियों ने जन्माष्टमी के उत्सव को और यादगार बना दिया।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4
Image Credit- Instagram
19 फरवरी से 22 फरवरी के बीच ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का चौथा संस्करण लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में संपन्न हुआ जहां प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित किया। ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी-4 में 5000 अतिथि पहुंचे थे। ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में योगी सरकार को 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले थे। जीसीबी-4 के तहत दो दिन (19-20 फऱवरी 2024) में 10 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतारे गए।
यह भी पढ़ें: Year Ender 2024: इन क्रिकेटरों के घर इस साल बजी शहनाई, एक स्पिन का जादूगर तो एक है गौतम गंभीर का खास, देखिए लिस्ट
अयोध्या में दीपोत्सव में बना नया रिकॉर्ड
दीपोत्सव 2024 ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दीपोत्सव ने अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आपको बता दें कि बीजेपी सरकार लगातार अयोध्या का उद्धार कर रही है। सीएम योगी के नेतृत्व में दीपावली के मौके पर प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में 25 लाख 12 हजार 585 दीप जलाए गए। 2023 में पिछली बार 22.23 लाख दीप प्रज्ज्वलित हुए थे। 2024 में पहली बार 1121 वेदाचार्यों ने सरयू आरती कर रिकॉर्ड बनाया।
जेवर एयरपोर्ट पर उतरा पहला विमान
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का ट्रायल कई मायनों में खास रहा है। इस एयरपोर्ट ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। निर्माण शुरू होने के बाद मात्र तीन साल, दो महीने और 11 दिन में इस एयरपोर्ट पर ट्रायल शुरू हो गया। 9 दिसंबर को नोएडा (जेवर) इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहले विमान की सफल लैंडिंग हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 'विकास के रनवे' पर 'नए भारत का नया उत्तर प्रदेश' उड़ान भर रहा है। 2025 में एयरपोर्ट शुरू कराने की तैयारी चल रही है।
लखनऊ में हुए सात आईपीएल मैच
इस साल लखनऊ के इकाना स्टेडियम में Lucknow Super Giants ने सात आईपीएल मैच खेले। पहला मुकाबला 30 मार्च को हुआ। जब Lucknow Super Giants और Punjab Kings के बीच कड़ी टक्कर हुई। जबकि दूसरा मैच 7 अप्रैल को LSG और Gujarat Titans के बीच हुआ। 12 अप्रैल को एलएसजी और Delhi Capitals के बीच कड़ी टक्कर हुई। वहीं चौथा मुकाबला 19 अप्रैल को Lucknow Super Giants और Chennai Super Kings के बीच खेला गया। पांचवा मैच 27 अप्रैल को हुआ जब Lucknow Super Giants और Rajasthan Royals में भिड़ंत हुई। छठा मैच 30 अप्रैल को LSG और MI के बीच जबकि लखनऊ में अंतिम मैच 5 मई को हुआ जब LSG और Kolkata Knight Riders में जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला।
माघ मेला स्नान
15 जनवरी 2024 से माघ मेले की शुरूआत हुई थी। इस दौरान प्रयागराज के संगम तट पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ था। माघ मेले में स्नान का बड़ा महत्व है। पहला स्नान मकर संक्रांति यानी कि 15 जनवरी को हुआ था। जबकि दूसरा स्नान 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर हुआ। माघ मेले के तीसरा स्नान 9 फरवरी को मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। चौथा स्नान बसंत पंचमी 14 फरवरी को हुआ था। पांचवा स्नान माघ पूर्णिमा 24 फरवरी तो आखिरी स्नान 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर हुआ था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।