VC BHU : आईआईटी कानपुर के प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी बीएचयू के नए कुलपति नियुक्त
Professor Ajit Kumar Chaturvedi is New VC of BHU प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बीएचयू का कुलपति नियुक्त किया है। प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी की नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक जो भी पहले हो तब तक के लिए होगी।

डिजिटल डेस्क, जागरण, लखनऊ : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी को आईआईटी बीएचयू का कुलपति नियुक्त किया गया है। प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी बीएचयू के 29वें कुलपति होंगे।
आईआईटी बीएचयू में प्रोफेसर के रूप कार्य कर चुके प्रोफेसर चतुर्वेदी अब सुधीर कुमार जैन का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल छह महीने पहले समाप्त हो गया था। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन का तीन वर्ष का कार्यकाल इसी वर्ष छह जनवरी को पूरा हो गया था। इसके बाद उन्होंने रेक्टर को प्रभार सौंप दिया था। उन्होंने 6 जनवरी 2022 को बीएचयू का कार्यकाल संभाला था। उनके स्थान पर संजय कुमार रेक्टर की भूमिका में कार्य कर रहे थे।
प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बीएचयू का कुलपति नियुक्त किया है। प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी की नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक, जो भी पहले हो, तब तक के लिए होगी।
प्रोफेसर चतुर्वेदी इससे पहले 1994 से लेकर 1996 तक आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर रह चुके हैं। प्रो. चतुर्वेदी बीएचयू के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर रहे।
प्रोफेसर चतुर्वेदी आईआईटी रुड़की के भी निदेशक रहे
प्रोफेसर चतुर्वेदी जनवरी 2017 से अक्टूबर 2022 तक रुड़की के निदेशक रहे। इसके बाद वह फिर आईआईटी कानपुर लौट आए। उन्हें INSA टीचर्स अवार्ड, आईआईटी कानपुर का विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार और सिंगापुर के नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी का टैन चिन तुआन फैलोशिप प्राप्त हुआ है। वे टेलीकॉम स्टैंडर्ड्स डेवलपमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया (TSDSI) के संस्थापक सदस्य हैं।
आईआईटी कानपुर में पूरी की शिक्षा
प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 1986 से 1995 तक बीटेक, एमटेक. व पीएचडी करने के बाद 1996 में आईआईटी बीएचयू के बाद वे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी रुड़की के इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर रहे।
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1999 में आईआईटी कानपुर आ गए
1999 में आईआईटी कानपुर आ गए। यहां उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष, अनुसंधान एवं विकास डीन और उप निदेशक जैसे पदों को संभाला।
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अगस्त 2012 में उन्हें प्रोफेसर बनाया गया और मार्च 2015 से वे आईआईटी कानपुर में संजय व रचना प्रधान चेयर प्रोफेसरशिप पर रहे, इसके बाद वे 2017 में फिर आईआईटी रुड़की चले गए।
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