जनता को परेशान कर रही है बैंकों और एटीएम पर कैश की भारी कमी
माह के पहले दिन वेतनभोगियों और पेंशनधारकों को ध्यान में रखकर सरकार के भरपूर नकदी प्रवाह के दावे के बावजूद अधिकांश बैंक नकदी के संकट से जूझते रहे। लोग सड़क जाम कर हंगामा करते रहे।
लखनऊ (जेएनएन)। नकदी की कमी से जूझते लोगों को इस संकट से निजात नहीं मिली। माह के पहले दिन वेतनभोगियों और पेंशनधारकों को ध्यान में रखकर सरकार के भरपूर नकदी प्रवाह के दावे के बावजूद अधिकांश बैंक नकदी के संकट से जूझते रहे। लोग सड़क जाम कर शाखाओं पर हंगामा करते रहे। झड़पें होती रहीं। सुलतानपुर में परेशान युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया।
नोटबंदी के 23 दिन बीतने के बाद लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है। राजधानी लखनऊ में बैंकों ने वेतन आदि के लिए कैश का विशेष प्रबंध किया था। स्थिति सामान्य रही। पर एटीएम सेवाओं में कोई सुधार नहीं हो पाया। सुलतानपुर में बहन की शादी के लिए नकदी के लिए बैंक के चक्कर लगा रहे युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया। कई जगह लोगों ने हंगामा और प्रदर्शन किया। सुलतानपुर में नकदी न होने से ग्रामीण बैंक शाखाएं बंद रहीं। सीतापुर में इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक की तालगांव शाखा पर अपने भाई के अंतिम संस्कार के लिए भुगतान लेने आए व्यक्ति को नकदी नहीं मिल सकी।
इसी बैंक की गुरेरा शाखा पर खाता धारकों ने सीतापुर- बिसवां मार्ग पर जाम लगा दिया। बहराइच में इलाहाबाद बैंक विकास भवन शाखा में उमड़ी भीड़ ने चैनल गेट तोड़ दिया। फखरपुर में इलाहाबाद बैंक की शाखा में कतार में लगी कई महिलाएं बेहोश हो गईं। फैजाबाद के रुदौली क्षेत्र के आर्यावर्त बैंक में प्रदर्शन व नारेबाजी हुई। अमेठी, लखीमपुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, अंबेडकरनगर व श्रावस्ती में कैश खत्म होने से दोपहर बाद सन्नाटा पसर गया। ज्यादातर एटीएम शोपीस बने रहे।
गोरखपुर में वेतनभोगी बैंकों और एटीएम पर सुबह छह बजे से लाइन लगाए रहे पर 10 बजे तक पैसा नहीं होने पर निराश लौटे। गोरखपुर-बस्ती मंडल के ज्यादातर बैंकों की हालत ऐसी रही। कई स्थानों पर जाम लगाया गया। इलाहाबाद में कुछ ही बैंकों में मनचाहा कैश मिला। वेतन और पेंशन नकदी के रूप में हाथ नहीं आई। प्रतापगढ़ में पेंशन के लिए कतार में लगी सेवानिवृत्त रेल कर्मी की पत्नी की मौत हो गई। पेंशनर निराश लौटे। ग्रामीण क्षेत्र के बैंकों में दुश्वारी ज्यादा रही। कौशांबी में भी मांग के अनुरूप कैश नहीं देने से दिक्कत बनी रही।
बुंदेलखंड व मध्य यूपी के लोग कैश न होने की समस्या से जूझते रहे। उन्नाव,फतेहपुर,फर्रुखाबाद,कन्नौज, औरैया, इटावा, हरदोई, महोबा,चित्रकूट,बांदा,हमीरपुर,उरई, कानपुर तथा कानपुर देहात में अधिकतर बैंकों में करेंसी संकट बना रहा। फतेहपुर स्थित खागा के ग्रामीण बैंक में खासा हंगामा हुआ। मध्य यूपी के सभी जिलों में यही स्थिति रही। वाराणसी के बैंकों में भी वेतनभोगियों को कैश की कमी के कारण पूरा भुगतान नहीं दिया गया।
पश्चिमी उप्र में भी हालात जस के तस रहे। सम्भल में लोगों ने जाम लगा दिया। कई बैंकों में ग्राहकों और कर्मियों के बीच झड़पें हुईं। आगरा में वेतन निकालने वालों को चार-पांच हजार रुपये देकर टरकाया गया। फीरोजाबाद में लोगों ने एक घंटे हाईवे जाम रखा। छात्रा को धक्का देने पर नारेबाजी हुई और पीएनबी शाखा प्रबंधक के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई।
मथुरा में अधिकांश बैंक और एटीएम से ग्राहक और वेतनभोगी मायूस लौटते रहे। मैनपुरी में सपाइयों ने कटोरा लेकर भीख मांगी। अलीगढ़ में तमाम पेंशनर्स व सरकारी विभागों के कर्मचारी वेतन भुगतान के लिए भटकते रहे।दो से चार हजार रुपये तक कैश भुगतान मिला। जिले की शाखाओं में नकदी संकट दिखा। अमरोहा के गजरौला में कैश लेने गई वृद्धा और एटा में लाइन में लगे किसान की मौत हो गई।
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