सर्विलांस से हो रही है दयाशंकर की खोज, पूर्वांचल में होने की आशंका
पुलिस अब सर्विलांस की मदद से दयाशंकर सिंह को खोज रही है, दयाशंकर सिंह की लोकेशन पूर्वांचल में मिली है। पुलिस ने बलिया में घर को भी खंगाला, लेकिन दयाशंकर सिंह वहीं नहीं मिला।
लखनऊ (वेब डेस्क)। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले भाजपा से बर्खास्त नेता दयाशंकर सिंह की खोज जोरों से जारी है। पुलिस अब सर्विलांस की मदद से दयाशंकर सिंह को खोज रही है, दयाशंकर सिंह की लोकेशन पूर्वांचल में मिली है। पुलिस ने बलिया में घर को भी खंगाला, लेकिन दयाशंकर सिंह वहीं नहीं मिला।
मायावती के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले भाजपा से छह वर्ष के लिए बर्खास्त नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ कल रात लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया था। कल रात से ही पुलिस दयाशंकर की खोज कर रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने वाले भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के बलिया में हरिपुर स्थित आवास पर पुलिस ने सुबह गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की। एसपी मनोज कुमार झा ने बताया कि पुलिस टीम के वहां पहुंचने से पूर्व ही वे निकल गए थे। उनके अन्य ठिकाने का भी पता लगाया जा रहा है।
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आज उसकी लोकेशन पूर्वांचल में मिली है। इसी आधार पर पुलिस ने बलिया में दयाशंकर सिंह के घर पर छापा मारा, लेकिन दयाशंकर वहीं नहीं मिला। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने आज लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान कहा कि हमने दयाशंकर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है। इसके आधार पर दयाशंकर सिंह की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए।
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उधर लखनऊ में दयाशंकर सिंह के घर पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस तैनात है। यहां दयाशंकर के घर पर दो नौकर हैं। इनके अलावा पुलिस को कोई और नहीं मिला है। बसपा नेता मेवालाल गौतम ने कल रात दयाशंकर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
अमित शाह के इशारे पर किया अपमानित
मायावती पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध पर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी काफी आक्रोशित थे। हजरतगंज कोतवाली पहुंचे नसीमुद्दीन ने मीडिया के सामने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर दयाशंकर सिंह ने बहन मायावती के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया और दलित विरोधी कार्य किया।
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नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि पूरे प्रदेश में वाट्सएप के जरिए जो सामने आ रहा है, उससे लोग जले-भुने बैठे हैं। दयाशंकर सिंह कभी चुनाव नहीं जीते। स्कूल कालेज में भी मनोनीत हुए। दो बार एमएलसी का चुनाव हार गए। अमित शाह की दया थी तो उनको उपाध्यक्ष पद मिल गया। इसका मतलब यह नहीं कि वह किसी की बहू-बेटी की अपमान करेंगे। इसका जवाब देते लेकिन हम बहन मायावती के निर्देश व अनुशासन से बंधे हैं।
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