UP Budget Session: महाकुंभ पर सपा का उच्च सदन में हंगामा, नेता विरोधी दल को मार्शल ने किया बाहर
उत्तर प्रदेश विधानसभा में महाकुंभ में भगदड़ और अव्यवस्था का मुद्दा गरमाया। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराए जाने की मां ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। महाकुंभ में भगदड़ व अव्यवस्था का मुद्दा बुधवार को विधान सभा के साथ ही विधान परिषद में भी गरमाया। बजट सत्र के दूसरे दिन सपा सदस्य सदन की कार्यवाही रोककर इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग अस्वीकार किए जाने पर सभापति के आसन के सामने बैठ गए।
सभापति के चेतावनी देने के बाद भी नेता विरोधी दल दो घंटे की चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर आसन के सामने से नहीं हटे। सभापति ने इसे नियमावली के विरुद्ध बताते हुए मार्शल को निर्देश दिया कि नेता विरोधी दल को उठाकर सदन के बाहर कर दिया जाए।
जानकारों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब नेता विरोधी दल को इस तरह से मार्शल ने उठाकर सदन से बाहर किया हो।
सपा ने महाकुंभ में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए
महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान पर्व से पूर्व भगदड़ की घटना में आंकड़े छिपाए जाने का आरोप लगाते हुए सपा ने सरकार को घेरने का प्रयास किया। सपा सदस्य डाॅ. मान सिंह यादव व मुकुल यादव ने महाकुंभ में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराए जाने की मांग की।
नेता सदन व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया और महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी। जवाब पर असंतोष जताते हुए सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने नियम-105 (कार्यस्थगन) के तहत सूचना अस्वीकार करते हुए कहा कि भव्य, दिव्य व अलौकिक महाकुंभ पर सभी सदस्य बोलना चाहते हैं इसलिए एक घंटे की चर्चा स्वीकार की जाती है।
इसी बीच सपा सदस्य सभापति के आसन के सामने धरने पर बैठ गए। नेता विरोधी दल लाल बिहारी यादव दो घंटे की चर्चा कराए जाने की मांग करते हुए कहा कि आधा समय विपक्षी सदस्यों को दिया जाए।
चेतावनी के बाद मार्शल को दिया निर्देश
सभापति ने समय बढ़ाए जाने पर विचार किए जाने का आश्वासन दिया पर नेता विरोधी दल अपनी बात पर अड़े रहे। सभापति ने उनसे असंतुष्ट होने पर सदन त्यागने की बात कही, लेकिन लाल बिहारी चर्चा में बराबर का समय दिए जाने की मांग करते रहे।
सभापति के चेतावनी देने पर भी आसन के सामने बैठे लाल बिहारी ने कहा कि उन्हें उठाकर बाहर करा दिया जाए। सभापति ने इसे नियमावली के विरुद्ध बताते हुए मार्शल को उन्हें उठाकर बाहर करने का निर्देश दिया।
नेता विरोधी दल को सदन से बाहर किए जाने के बाद सपा के अन्य सदस्य भी बाहर निकल गए। सभापति ने नेता विरोधी दल को पूरे दिन के लिए सदन से बाहर किए जाने का आदेश दिया।
सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई और दोपहर 2:14 बजे भोजनावकाश हो गया, जबकि सपा सदस्य दोपहर लगभग 1:30 बजे ही सदन से बाहर चले गए थे। सदन की कार्यवाही इसके बाद दोपहर साढ़े तीन बजे से शाम पांच बजे तक चली पर सपा सदस्य नहीं आए।

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