मायावती ने जन्मदिन से पहले किया संगठन में उलटफेर, रितेश पांडेय बने लोकसभा में दल नेता, मलूक उपनेता
बहुजन समाज पार्टी संगठन में एक बार फिर उलट फेर किया गया है। सामाजिक गणित साधने के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने ब्राह्मण कार्ड चला है।
लखनऊ, जेएनएन। बहुजन समाज पार्टी (BSP) संगठन में एक बार फिर उलट फेर किया गया है। सामाजिक गणित साधने के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने ब्राह्मण कार्ड चला है। लोकसभा में दलनेता दानिश अली को हटा सांसद रितेश पांडेय को जिम्मेदारी सौंपी है, वहीं मलूक नागर को उपनेता बनाया गया है। इस फेरबदल में प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली की कुर्सी सलामत रही।
संगठन में किए बदलाव की जानकारी मायावती ने ट्वीट के जरिए दी। उन्होंने बताया कि बसपा में सामाजिक सामंजस्य बनाने को मद्देनजर रखते हुए लोकसभा में पार्टी के दलनेता व उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष एक ही समुदाय के होने के नाते इसमें थोड़ा परिवर्तन किया गया है। अर्थात अब लोकसभा में बीएसपी के नेता रितेश पांडेय को व उपनेता मलूक नागर को बना दिया गया है, लेकिन उत्तर प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष मुनकाद अपने इसी पद पर बने रहेंगे। साथ ही उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीएसपी के नेता लालजी वर्मा पिछड़े वर्ग से व विधान परिषद में बीएसपी के दलनेता दिनेश चंद्रा दलित वर्ग बने रहेंगे अर्थात यहां कुछ भी परिवर्तन नहीं किया गया है।
1. बी.एस.पी. में सामाजिक सामंजस्य बनाने को मद्देनज़र रखते हुये लोकसभा में पार्टी के नेता व उत्तर प्रदेश के स्टेट अध्यक्ष भी, एक ही समुदाय के होने के नाते इसमें थोड़ा परिवर्तन किया गया है। 1/3— Mayawati (@Mayawati) January 13, 2020
ब्राह्मणों पर लगी निगाह
बसपा में दलित ब्राह्मण समीकरण को आजमाया जाता रहा है। रामवीर उपाध्याय के बगावती तेवरों के बाद से प्रदेश में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर युवा सांसद रितेश पांडेय को आगे लाना नया प्रयोग माना जा रहा है। सूत्र बताते है कि ब्राह्मण समाज में भाजपा के प्रति मोह कम होने पर बसपा नजर रखे है। कांग्रेस की ओर ब्राह्मणों का रुझान न हो इसलिए बसपा ने बड़ा बदलाव किया है। बता दें कि दानिश अली को करीब दो माह पूर्व ही दल नेता की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
3. साथ ही, यहाँ उत्तर प्रदेश विधानसभा में बी.एस.पी. के नेता श्री लालजी वर्मा, पिछड़े वर्ग से व विधान परिषद में बी.एस.पी. के नेता श्री दिनेश चन्द्रा, दलित वर्ग से बने रहेंगे अर्थात् यहाँ कुछ भी परिवर्तन नहीं किया गया है। 3/3— Mayawati (@Mayawati) January 13, 2020
जिला केंद्रों पर मनेगा जन्मदिन
बसपा प्रमुख मायावती का जन्मदिन (15 जनवरी) हर वर्ष की तरह जिला केंद्रों पर जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें गरीबों के लिए उपहार वितरित किए जाएंगे और केक काटा जाएगा। मायावती दिल्ली कार्यालय में जन्मदिन मनाएंगी। विधानसभा क्षेत्रवार कोटा तय किया गया है। सूत्रों का कहना है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से न्यूनतम पांच लाख रुपये पार्टी फंड में जमा कराने को कहा गया है। विधानसभा क्षेत्र प्रभारी को भी फंड जमा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।