पोल्ट्री फार्म की आड़ में करता था गांजा और ड्रग्स की तस्करी, मैनेजमेंट और मेडिकल छात्रों को बना रखा था ग्राहक
लखनऊ के नगराम में पुलिस ने पोल्ट्री फार्म की आड़ में चल रहे गांजा तस्करी का भंडाफोड़ किया है। सरगना शिवम यादव मेडिकल और मैनेजमेंट छात्रों को व्हाट्सएप के जरिए ग्राहक बनाता था। पुलिस को आशंका है कि तस्करों के पास गांजे की एक और बड़ी खेप हो सकती है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। नगराम पुलिस की जांच में सामने आया कि पोल्ट्री फार्म की आड़ में गांजा और ड्रग्स की तस्करी करते थे। सगरना शिवम यादव व्हॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से मैनेजमेंट मेडिकल छात्रों को ग्राहक बना रखा था। फिलहाल गिरोह के दूसरे सदस्य की तलाश में दबिश दी जा रही है।
एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने बताया कि उड़ीसा में बैठे गिरोह के मास्टरमाइंड और लखनऊ के दक्षिणी इलाके में पांच सप्लायर रडार पर हैं। दो सप्लायर शहीदपथ के बिजनौर इलाके के सुलतानपुर का सूरज और दो बाराबंकी के हैं। पुलिस की टीमें लोकेशन के आधार पर गिरोह से जुड़े सप्लायरों की तलाश में दबिश दे रही हैं। पुलिस को यह भी आशंका है कि एक तस्करों के पास से एक और बड़ी खेप बरामद हो सकती है।
एसीपी ने बताया कि शिवम के पास से बरामद मोबाइल की जब पड़ताल की तो उसमें कई चौकाने वाले राज पता चले हैं। इंजीनियरिंग-मैनेजमेंट कालेज से जुड़े सप्लायर भी हैं। आरोपित को सोमवार को जेल भेजा गया। सरगना शिवम यादव नगराम-रायबरेली बार्डर पर शिवम पोल्ट्री फार्म चलाता है। फार्म की आड़ में वह गांजा तस्करी का धंधा कर रहा था। लखनऊ, रायबरेली, सुलतानपुर और बाराबंकी समेत अन्य पड़ोसी जनपदों से गिरोह के तार जुड़े हैं। आंध्र प्रदेश और उड़ीसा से शिवम खुद गांजा लेकर आता था। इसके बाद वह एक से आधा किलो के पैकेट और छोटी-छोटी पुड़िया में उसको भरवाकर बिकवाता था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।