लखनऊ में सहारा बाजार सहित चार कांप्लेक्स होंगे नीलाम, 350 आवासीय-व्यावसायिक संपत्तियों की भी नीलामी
एलडीए सहारा बाजार समेत लखनऊ के चार शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को नीलाम करने जा रहा है। व्यापारियों के विरोध के बीच इन कॉम्प्लेक्स के खरीदार दुकानदारों का भविष्य तय करेंगे। ई-ऑक्शन में एलडीए 350 आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियां भी नीलाम करेगा। पंजीकरण 10 अक्टूबर तक है और नीलामी 13 अक्टूबर को होगी। एलडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि लोग मनचाहे स्थान पर संपत्तियां खरीद सकते हैं।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। व्यापारियों के विरोध के बीच एलडीए सहारा बाजार सहित शहर के चार कांप्लेक्स को नीलाम करने जा रहा है। कांप्लेक्स के खरीदार पर अब व्यापारियों का भविष्य निर्भर होगा। ई-ऑक्शन में एलडीए की 350 आवासीय व व्यावसायिक संपत्तियां भी हाेंगी। 10 अक्टूबर तक पंजीकरण व 13 अक्टूबर को नीलामी प्रस्तावित है।
गोमती नगर के विभूतिखंड में पालीटेक्निक चौराहे के पास 4375 वर्गमीटर क्षेत्रफल में फैले व्यावसायिक भूखंड की लीज खत्म होने के बाद एलडीए ने इसे 20 जून को कब्जे में लिया था। प्राधिकरण ने भूखंड सहारा इंडिया कारपोरेशन को 30 वर्ष की लीज पर आवंटित किया था। भूखंड 09 जनवरी 1987 को सहारा इंडिया कारपोरेशन लिमिटेड के पक्ष में आवंटित हुआ था।
आवंटी संस्था को एग्र्रीमेंट की नियम व शर्तों के अनुसार लीज अवधि समाप्त होने से पूर्व लीज डीड का नवीनीकरण कराना था। 09 जनवरी 2017 को भूखंड की लीज अवधि समाप्त हो गयी और आवंटी संस्था द्वारा लीज डीड का नवीनीकरण नहीं कराया था। छह अगस्त को एलडीए ने सहारा बाजार कांप्लेक्स को टीन शेड लगाकर सील कर दिया था।
दुकानदार मोहम्मद रफीक ने बताया, 25 साल से दुकान चला रहे थे लेकिन, एलडीए ने बिना सूचना कब्जा कर लिया। जेपी सिंह ने कहा, उनके पास रजिस्ट्री भी है। 100 करोड़ की संपत्ति का प्रकरण हाई कोर्ट तक पहुंच चुका है।
150 दुकानों में सिर्फ 11 मिली थी संचालित
कांप्लेक्स में 150 दुकानों में से सिर्फ 11 ही एलडीए को संचालित मिली थी। सहारा इंडिया ने खुद को संपत्ति का स्वामी घोषित करके लोगों को दुकानें बेंची, जबकि उक्त भूखंड सहारा इंडिया को लीज पर आवंटित था। आवंटी संस्था द्वारा लोगों के पक्ष में की गयी दुकानों की सेल डीड में उल्लेखित किया गया कि भविष्य में किसी तरह का विवाद होने पर मामला मिल-बैठकर सुलझाया जाएगा। एलडीए उपाध्यक्ष बताया, वैध दुकानदारों को प्राधिकरण के स्तर से राहत देने का प्रयास किया जाएगा।
यह संपत्तियां भी बिकेंगी
एलडीए रतनखंड का शापिंग कांप्लेक्स 6729 वर्ग मीटर, मानसरोवर सेक्टर ओ का 1586 वर्ग मीटर, नेहरू एन्क्लेव कांप्लेक्स 4992 वर्ग मीटर भी नीलाम होगा। इसी तरह से शहर में फैली बेशकीमती 350 संपत्तियों को भी ई-आक्शन में लगाया जा रहा है। एलडीए उपाध्यक्ष ने बताया, शहर के लोग मनचाहे स्थान पर संपत्तियां खरीद सकते हैं।
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